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QR Code Payment Scam: QR कोड स्कैन करते ही खाता हो रहा है खाली! पेमेंट करने से पहले जान लें ये नई ट्रिक, वरना लग जाएगी लाखों की चपत

डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने का काम QR कोड कर रहा है, यह बहुत ही सुविधाजनक है लेकिन आपको सुरक्षा के लिए हमेशा सतर्क रहना है। कोई भी पेमेंट करने से पहले चेक करें कहीं आपके साथ फ्रॉड तो नहीं हो रहा है।

By Manju Negi

आज के समय में डिजिटल पेमेंट जैसे QR कोड का इस्तेमाल हर कोई कर रहा है। इसने काम को बहुत ही आसान कर दिया है लेकिन धोखाधड़ी से जुड़े मामले में अधिक घट रहे हैं। अपराधी QR कोड स्कैम करके लोगों का बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं। कई बार गलत क्यूआर कोड रखा जाता है जब आप इसे स्कैन करेंगे तो आपका खाता मिनट में खाली हो जाएगा। डिजिटल पेमेंट ने जिंदगी बदल दी है लेकिन आपको सावधान होना बहुत जरुरी है।

QR Code Payment Scam: QR कोड स्कैन करते ही खाता हो रहा है खाली! पेमेंट करने से पहले जान लें ये नई ट्रिक, वरना लग जाएगी लाखों की चपत

QR Code स्कैम कैसे हो रहा है

जलसाज के लिए QR Code स्कैम करना बहुत आसान हो गया है। पैसे लूटने के लिए वे कई नए नए धोखाधड़ी के तरीके अपना रहे हैं। वे दो तरीकों से ये स्कैम कर रहें हैं। अक्सर दुकान अथवा पेट्रोल पंप पर लगे असली QR कोड पर नकली कोड चिपका दिया जाता है, अब जो भी पेमेंट होगी वो अपराधी के पास चली जाएगी

दूसरे तरीके में सोशल मीडिया में लोगों को फर्जी पेमेंट रिक्वेस्ट भेजी जा रही है। कई बार लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए QR कोड भेजा जाता है कि आप पैसे जीत सकते हैं। जब भी कोई व्यक्ति इस स्कैन करता है तो ऐप में पैसे भेजने के लिए अनुमति मांगी जाती है अगर आप उस पर क्लिक करते हैं तो स्कैमर के पास वे सारे पैसे चले जाते हैं

सुरक्षा के लिए ध्यान रखें

अगर आप इस समस्या से बचना चाहते हैं तो कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखें।

  • अगर आप किसी कोड पर स्कैम कर रहें हैं तो आपको Recipient Name और भुगतान राशि को अच्छे से चेक करना है। अगर स्कैन करते हुए कोई अलग या गलत नाम आ रहा है तो तुरंत ही लेनदेन को कैंसिल कर दें।
  • आपको ध्यान रखना है कि कभी भी अनजान स्रोत के QR कोड को स्कैन नहीं करना है।
  • जो भी खाता आपके UPI पेमेंट से जुड़ा है उसमें केवल सिमित पैसा रखे। अगर नुकसान होता है तो ज्यादा असर न पड़े।

धोखाधड़ी होने पर क्या करें?

अगर आपके साथ भी ऐसा फ्रॉड हो गया है, तो आपको तुरंत ही अपने बैंक से सम्पर्क करके इस मामले के बारे में सूचना देनी है। इसके अलावा आप स्थानीय साइबर क्राइम सेल अथवा सरकारी ऑनलाइन पोर्टल पर कंप्लेंट कर सकते हैं।

Author
Manju Negi
अमर उजाला में इंटर्नशिप करने के बाद मंजु GyanOk में न्यूज टीम को लीड कर रही है. मूल रूप से उत्तराखंड से हैं और GyanOk नेशनल और राज्यों से संबंधित न्यूज को बारीकी से पाठकों तक अपनी टीम के माध्यम से पहुंचा रही हैं.

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