
आजकल ज़्यादातर लोग अच्छी कमाई के लिए कई जगह निवेश करते हैं और बहुत से लोग SIP में पैसा लगा रहे हैं। यदि आप जल्दी अमीर बनना चाहते हैं, तो केवल SIP में निवेश करना काफी नहीं है; SIP से लम्बे समय में पैसा बढ़ता है, लेकिन अगर आप कुछ रिटर्न समय-समय पर निकालकर उसे सही जगह पर फिर से निवेश करें, तो आपका पैसा और तेज़ी से बढ़ सकता है।
इसके लिए सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान (SWP) का उपयोग किया जाता है, जो आपको मुनाफ़े का लाभ उठाने के साथ-साथ नकदी की उपलब्धता (लिक्विडिटी) भी देता है। SIP और SWP का सही मिश्रण आपके निवेश को तेज़ ग्रोथ और बेहतर रिटर्न दे सकता है।
SIP में मिलेगा इतना फायदा
अगर आप SIP में हर महीने या सालाना एक निश्चित रकम लगाते हैं, तो इससे बाज़ार के उतार-चढ़ाव का जोखिम कम होता है और चक्रवृद्धि ब्याज का फायदा मिलता है। उदाहरण के लिए, अगर आप हर महीने ₹10,000 किसी इक्विटी म्यूचुअल फंड में 12% रिटर्न के साथ निवेश करते हैं, तो 20 साल में आपकी रकम लगभग ₹80 लाख तक पहुँच सकती है। नियमित निवेश करने से आप लंबी अवधि में बड़ा फंड जमा कर सकते हैं। SIP में ELSS फंड जैसे टैक्स-सेविंग विकल्प भी होते हैं, जो निवेश के साथ-साथ टैक्स में भी छूट दिलाते हैं।
SWP क्या है ?
अधिकतर लोग SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के बारे में जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोग SWP (सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान) के बारे में जानते हैं। SWP का मतलब है कि आप अपने जमा किए गए निवेश में से समय-समय पर थोड़ी-थोड़ी रकम निकालते रहें। इसका सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि आपका सारा पैसा एक जगह फँसा नहीं रहता और ज़रूरत पड़ने पर आप उसका आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं, खासकर तब जब आपने SIP के ज़रिए एक अच्छा-ख़ासा पैसा जमा कर लिया हो।
तो, आप हर साल अपने निवेश का कुछ हिस्सा निकालकर किसी सुरक्षित डेट फंड में डाल सकते हैं। इस तरीके से आपका पैसा बढ़ता भी रहेगा और उसका एक हिस्सा सुरक्षित भी रहेगा। SWP की यह खासियत है कि यह आपको नियमित आय और निवेश की ग्रोथ दोनों देता है। यानी आपको पैसों की कमी भी नहीं होगी और आपका निवेश लगातार बढ़ता रहेगा।