एक बार फिर से पकिस्तान और अफगान तालिबान के बीच के रिश्ते ख़राब हो सकते हैं। क्योंकि दोहा वार्ता से पहले दोनों पक्ष 48 घंटे के अस्थाई युद्धविराम को आगे बढ़ाने के लिए मान गए थे, लेकिन कुछ ही घंटों में पकिस्तान ने धोखा दे दिया और अचानक से अफगानिस्तान पर हमला करना शुरू कर दिया। इस भयंकर हमले की चपेट में कई लोगों ने अपनी जान गवा दी है। बता दें महिलाओं, बच्चों और आम नागरिकों के साथ अफगान के 8 क्रिकेट खिलाड़ियों की मौतें हुई है। अब दोनों देशों के बीच तनाव और अधिक बढ़ गया है।

क्रिकेटरों पर हुआ जानलेवा हमला
यह हमला दोहा वार्ता से पहले ही हो गया है, पक्ष दोहा में इस विषय पर बात करने वाले थे। अफगान मीडिया आउटलेट टोलो न्यूज के मुताबिक़, पकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रान्त के कई जिलों के आबादी वाले इलाकों में बमबारी की है। इस हमले के शिकार मैच से लौट आए रहे क्रिकेट खिलाड़ी बने हैं। क्लब स्तर के 8 अफगान क्रिकेट खिलाफी पक्तिका के शारान से अरगुन जिले से वापस आ रहे थे उस दौरान हमले में इन्होने अपनी जान गवाई है और 4 सैन्य खिलाडी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
तालिबान देगा हमले का जवाब
पकिस्तान द्वारा किए गए अचानक हमले से अफगान तालिबान बहुत आक्रोश में है। एक वरिष्ठ तालिबान अधिकारी ने पकिस्तान पर संघर्ष विराम तोड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पकिस्तान ने पक्तिका में तीन स्थानों पर बम गिराए हैं। इस घटना पर नाराजगी दिखाकर तालिबान ने चेतावनी दी है कि वह जरूर ही इस हमले का तगड़ा जवाब देगा। पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने दावा किया है कि इस बमबारी में अफगान तालिबान के सैनिकों की एक ब्रिगेड के सैकड़ोंसैनिक मारे गए हैं।
पहले भी हुआ खतरनाक हमला
यह हमला पहली बार नहीं हुआ है क्योंकि इससे पहले भी हफ्ते की शुरुवात में दोनों देशों के बीच घातक हमले हुए हैं। दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल जारी है। पकिस्तान के स्पिन बोल्डक जिले में एक बड़ा हवाई बोल्डक हमला किया गया था, इसमें 40 लोग की मौत हुई और 170 से अधिक लोग घायल हो गए थे। यह तालिबान के अनुसार बताया गया था।
दोनों देशों में क्यों बढ़ा तनाव
बता दें यह झगड़ा पहले इतना नहीं था लेकिन 11 अक्टूबर की रात से यह शुरू हुआ है, जब अफगानिस्तान के सैनिकों ने पकिस्तान के फौजी चौकियों पर अचानक से हमला कर दिया था। सच्चाई तो यह है कि यह हमला पकिस्तान द्वारा काबुल पर किए गए हवाई हमले के बदले के रूप में किया गया था। पकिस्तान ने टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पकिस्तान) के नेता नूर वली महसूद को मारने के लिए साजिस रची थी, इसलिए यह हवाई हमला किया गया था।
इस नए विवाद से दोनों देशों के बीच के सम्बन्ध और भी खराब होने वाले हैं। अगर लगातार ऐसे हालात बने रहें तो बड़ी जंग छिड़ सकती है।