
Japan PR Visa 2025: अगर आप जापान में स्थायी रूप से बसना चाहते हैं, तो आपके लिए यह एक अच्छा मौका है। जापान ने अपनी अप्रवासन नीति में बदलाव किया है, जिससे अब कुशल पेशेवरों छात्रों और लंबे समय से वहाँ रह रहे निवासियों के लिए स्थायी निवास की अनुमति (PR) प्राप्त करना पहले से अधिक आसान और सस्ता हो गया है।
सिर्फ ₹5,000 में करें आवेदन
मनीकंट्रोल के अनुसार ,जापान ने परमानेंट रेजिडेंसी (PR) के आवेदन शुल्क में बड़ी कटौती करके इसे सिर्फ 800 येन यानी लगभग 5000 रूपये कर दिया है। ये फ़ीस सस्ती हवाई टिकट से भी कम है। इस शुल्क को कम करने का मुख्य उद्देश्य जापान की घटती और बूढ़ी होती जनसंख्या जैसे गंभीर सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का समाधान करना है।
परमानेंट रेजीडेंसी के लिए योग्यता
जापान में परमानेंट रेजिडेंसी (PR) पाने के कुछ नियम है, जैसे आपको वहां लगातार 10 साल रहना होगा, जिसमें कम से कम 5 साल काम या पारिवारिक वीज़ा पर बिताए गए हों। हालाँकि, जापान ने प्रतिभाशाली लोगों के लिए इस प्रक्रिया को आसान बना दिया है। यदि आप ‘पॉइंट-बेस्ड प्रेफरेंस सिस्टम’ में 70 या उससे अधिक अंक पाते हैं, तो आप केवल 3 साल बाद ही PR के लिए आवेदन कर सकते हैं, और यदि आपके पास 80 या उससे अधिक अंक हैं, तो यह अवधि घटकर मात्र 1 साल रह जाती है।
शादी के ज़रिये भी मिल सकता है PR
अगर आपने किसी जापानी नागरिक या स्थायी निवासी (PR) से शादी की है और आप कम से कम 3 साल से उनके पति या पत्नी हैं, साथ ही आपने जापान में लगातार 1 साल तक निवास किया है, तो आप जापान के PR (स्थायी निवास) के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसी तरह यदि आप जापानी नागरिक या PR व्यक्ति के बच्चे हैं, तो लगातार 1 साल जापान में रहने के बाद आप भी स्थायी निवास के लिए आवेदन करने के योग्य हो जाते हैं।
Japan PR Visa के लिए ऐसे करें आवेदन
जापान में स्थायी निवास प्राप्त करने के लिए आपको आवेदन फॉर्म, वीजा और निवास कार्ड, अपनी आय का सबूत, सरकारी टैक्स और सोशल सिक्योरिटी रिकॉर्ड, जापानी भाषा में प्रमाणित अनुवाद और एक जापानी नागरिक या पीआर व्यक्ति से गारंटी पत्र जैसे दस्तावेज़ों की ज़रूरत होगी। इस पूरी प्रक्रिया में आमतौर पर 4 से 8 महीने लग सकते हैं। इसलिए यह तय करना जरुरी है कि इस समय आपका वीज़ा वैध रहे। स्थायी निवास मिलने के बाद आपको नौकरी और पढ़ाई में ज़्यादा आज़ादी मिलेगी, लेकिन आपको हर साल छह महीने से ज़्यादा जापान में रहना होगा और सभी टैक्स नियमों का पालन करना ज़रूरी होगा।