
अभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोना और चांदी दोनों रिकॉर्ड स्तर पर हैं, लेकिन मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह तेज़ी ज़्यादा देर टिकने वाली नहीं है। दिल्ली सर्राफा मार्केट में सोना फिलहाल ₹1,22,000 प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹1,57,000 प्रति किलोग्राम के भाव पर बिक रही है। पिछले कुछ महीनों में गोल्ड की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में लगभग 47% उछाल देखने को मिला है, लेकिन विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि आगे इसमें तेज़ गिरावट संभव है।
क्यों हो सकती है गिरावट
- सोना और चांदी इस समय ऐतिहासिक ऊंचाई पर हैं और यह स्तर लंबे समय में दूसरा मौका है, जब कमजोर डॉलर इंडेक्स के बीच इन धातुओं में भारी तेजी देखी गई है।
- इतिहास गवाह है कि ऐसे दौर के बाद दोनों धातुओं में तेज़ी से बिकवाली होती है, जिससे कीमतें अचानक नीचे आ जाती हैं।
- विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह धातुएं प्रतिरोध स्तर (Resistance Level) पर आकर ठहर सकती हैं और उसके बाद गिरावट शुरू होगी।
संभावित कीमतें
- सोने में 30–35% तक की गिरावट देखी जा सकती है, जिससे यह ₹77,000–₹78,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
- चांदी में गिरावट और भी तेज़ हो सकती है, कीमत आधी होकर ₹77,000 प्रति किलोग्राम के आसपास आ सकती है।
निवेशकों के लिए सलाह
मार्केट जानकार सुझाव देते हैं कि नए निवेशक अभी गोल्ड या सिल्वर में पैसा लगाने से बचें। अगर सोना 2,600–2,700 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक गिरता है, तभी लंबी अवधि के लिए खरीदी पर विचार करें। वहीं, शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को उतार-चढ़ाव वाले बाज़ार के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए।
चांदी का भविष्य
विशेषज्ञों के अनुसार चांदी इस समय ओवरबॉट ज़ोन में है, यानी इसकी कीमत कृत्रिम रूप से बढ़ी हुई है। ऐसे में इसमें तेज़ी से गिरावट आने का रिस्क बढ़ गया है।