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Evergreen Business: शुरू करें ये बिना ट्रेनिंग-एक्सपीरियंस वाला धंधा, कुछ सालों में बन जाओगे करोड़पति

जानिए एक ऐसे बिजनेस के बारे में जो हर शहर-गाँव में हमेशा मांग में रहता है। कम निवेश, ज्यादा मुनाफा और खुद का ब्रांड बनाने का सुनहरा मौका, जिससे आपकी कमाई सीधी लाखों में पहुँच सकती है।

By Pinki Negi

Evergreen Business: शुरू करें ये बिना ट्रेनिंग-एक्सपीरियंस वाला धंधा, कुछ सालों में बन जाओगे करोड़पति
Evergreen Business: शुरू करें ये बिना ट्रेनिंग-एक्सपीरियंस वाला धंधा, कुछ सालों में बन जाओगे करोड़पति

आज के समय में बिजनेस शुरू करने का नाम आते ही कई लोग डर जाते हैं। उन्हें लगता है कि इसके लिए बहुत बड़ी डिग्री, अनुभव या किसी खास ट्रेनिंग की जरूरत होगी। लेकिन सच्चाई यह है कि कुछ काम ऐसे होते हैं जिन्हें कोई भी व्यक्ति सिर्फ थोड़ी जानकारी और साहस के साथ शुरू कर सकता है। ऐसा ही एक काम है ,डिटर्जेंट पाउडर और लिक्विड साबुन बनाने का बिजनेस।

क्यों है यह बिजनेस Evergreen?

कपड़े धोना, बर्तन साफ करना या घर की सफाई ये तीनों काम हर घर में रोज किए जाते हैं। और इन कामों में सबसे अहम भूमिका निभाता है डिटर्जेंट। चाहे शहर हो या गाँव, हर जगह इसकी आवश्यकता रोजाना रहती है। इसलिए यह ऐसा बिजनेस है जिसमें डिमांड कभी खत्म नहीं होती। यही कारण है कि इसे एवरग्रीन बिजनेस कहा जाता है।

डिटर्जेंट मैन्युफैक्चरिंग कैसे शुरू करें?

इस बिजनेस की खास बात यह है कि इसे शुरू करने के लिए बड़ी फैक्ट्री की आवश्यकता नहीं होती। अगर आपके पास अपने घर का एक खाली कमरा है तो वहीं से इसकी शुरुआत की जा सकती है। पहले आप छोटे स्तर पर पाउडर डिटर्जेंट बनाइए, फिर धीरे-धीरे हैंडवॉश, लिक्विड डिटर्जेंट या फ्लोर क्लीनर जैसी चीजें भी जोड़ सकते हैं।

डिटर्जेंट बनाने की बेसिक जानकारी आजकल आसानी से मिल जाती है। एक-दो वीडियो देखकर या किसी स्थानीय वर्कशॉप में शामिल होकर यह प्रक्रिया समझी जा सकती है।

शुरुआती खर्च और जरूरी सामान

अगर आप छोटा यूनिट शुरू करना चाहते हैं तो लगभग ₹20,000 का निवेश काफी रहेगा। इसमें मशीन, पैकिंग व कच्चा माल सब शामिल हो जाता है।
नीचे अनुमानित लागत दी गई है:

वस्तुअनुमानित लागत (₹ में)विवरण
कच्चा माल10,000सोडा ऐश, सल्फेट, परफ्यूम, कलर आदि
पैकिंग2,000बैग, लेबल, स्टिकर आदि
मिक्सिंग मशीन8,000पाउडर या लिक्विड मिलाने के लिए
कुल खर्चलगभग 20,000छोटा प्रोडक्शन यूनिट तैयार

अगर आप लिक्विड साबुन और हैंडवॉश भी जोड़ना चाहते हैं तो खर्च लगभग ₹50,000 तक पहुंच सकता है।

मुनाफा और कमाई

यह बिजनेस सिर्फ लो-इंवेस्टमेंट ही नहीं बल्कि हाई-प्रॉफिट भी है। अगर आप रोज 50 किलो डिटर्जेंट बनाते हैं और उसे ₹40 प्रति किलो बेचते हैं तो आपकी रोज की बिक्री ₹2,000 होगी। सभी खर्च घटाने के बाद लगभग ₹800-₹1000 का मुनाफा बन सकता है। इस तरह महीने में ₹25,000 से ₹30,000 तक की कमाई संभव है।
बड़े स्तर पर यह कारोबार सालाना ₹5 लाख से ₹10 लाख का टर्नओवर दे सकता है।

मार्केटिंग के आसान तरीके

  • आसपास की किराना दुकानों और डीलरों को सैंपल दें।
  • अपने क्षेत्र में स्थानीय विज्ञापन और बैनर लगाएं।
  • Facebook, Instagram या WhatsApp ग्रुप पर ब्रांड प्रमोशन करें।
  • आकर्षक पैकिंग और असरदार परफ्यूम के साथ लोगों को बार-बार खरीदने के लिए प्रेरित करें।

ब्रांड नाम के लिए कुछ सुझाव: “PowerWash”, “CleanMate”, “UltraShine”, “SuperWash” आदि।

जरूरी सावधानियाँ

  • डिटर्जेंट बनाने का फार्मूला सही रखें ताकि उसकी सफाई शक्ति मजबूत रहे।
  • ग्राहकों की शिकायतों को तुरंत सुलझाएं।
  • कोशिश करें कि आपके प्रोडक्ट की क्वालिटी सस्ती दर में भी टिकाऊ हो।
  • दुकानदारों और डिस्ट्रीब्यूटर से अच्छे संबंध बनाए रखें।

भविष्य की संभावना

भारत का घरेलू क्लीनिंग प्रोडक्ट मार्केट लगातार बढ़ रहा है। बड़े ब्रांड महंगे हैं, इसलिए स्थानीय स्तर पर बने क्वालिटी प्रोडक्ट्स की डिमांड अब अधिक है। आने वाले वर्षों में यह बिजनेस और तेजी से बढ़ सकता है। यदि अभी से तैयारी शुरू कर दी जाए, तो कुछ वर्षों में आप इसे एक सफल ब्रांड के रूप में स्थापित कर सकते हैं।

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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