देश में राशन कार्ड द्वारा गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को हर महीने में मुफ्त अथवा सस्ते में राशन दी जाती है, लेकिन आपको पता है सरकार द्वारा आजकल एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत हर रोज अपात्र लोगों को लाभार्थी सूची से बाहर निकाला जा रहा है। आप जानकर हैरान हो जाएंगे, इस बार दिहाड़ी मजदूरों को राशन कार्ड लिस्ट से निकाला जा रहा है। जो लोग हर रोज 300 रूपए कमाते हैं और उनकी सालाना आय एक लाख होती है उन्हें अब राशन मिलना बंद हो जाएगी।

1 लाख आय वाले मजदूरों पर होगा असर
- अब हर दिन 300 रूपए कमाने वाले को लिस्ट से बाहर निकाला जाएगा। 300 रूपए कमाने वालों की सालाना आय 1,08,000 रूपए हो रही है और यह 1 लाख रूपए की निर्धारित सीमा को पार कर रही है। ऐसे में दिहाड़ी मजदूर, रहेड़ी-पटरी और ऑटो रिक्शा चालक जैसे लोगों को अपात्र माना जा रहा है।
- जितने भी अब कम आय वाले राशन कार्ड धारक हैं उन्हें राशन डीलर और विभागीय कर्मचारी द्वारा गिव अप करने के लिए कहा जा रहा है।
- आमतौर पर बैंक से ऋण प्रपात करने के लिए लोग औ का आयकर रिटर्न भरते हैं, अब इसका इस्तेमाल करके उन्हें योजना हेतु अमान्य घोषित किया जा रहा है।
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सरकार प्रावधान क्या हैं?
देश में राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट में अपात्रता के नियम बताए हुए हैं।
- अगर किस व्यक्ति की वार्षिक आय 1 लाख से अधिक है और वह आयकरदाता है तो उसे राशन योजना से बाहर होना होगा।
- इसके साथ परिवार का कोई भी सस्य सरकारी कमर्चारी होगा।
- अगर किसी व्यक्ति के पास अपना चौपहिया वाहन है तो उसे राशन नहीं मिलेगी।
प्रदेश में घट रही है यूनिट्स!
आजकल सरकार द्वारा अपात्र लोगों की पहचान करने के लिए जाँच पड़ताल की जा रही है। प्रदेश में अभी तक 11 लाख उपभोक्ता को योजना से निकाला का चुका है। अजमेर और ब्यावर जिले में हजारों लोग बाहर हो गए हैं। इस समस्या से परेशान होने के बाद जिला रसद अधिकारियों ने 1 लाख रूपए की इनकम लिमिट बढ़ाने के लिए जयपुर मुख्यालय से सलाह मांगी है।