जैसे-जैसे हमारे घर के बड़ों की उम्र बढ़ती है, स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं भी बढ़ने लगती हैं। कई बार गंभीर बीमारियों के इलाज का खर्च इतना ज़्यादा हो जाता है कि यह पूरे परिवार के बजट पर भारी पड़ जाता है। इसी आर्थिक तंगी के कारण अक्सर बुजुर्गों को समय पर सही इलाज नहीं मिल पाता और उन्हें तकलीफ में रहना पड़ता है। लेकिन, अब आपकी इस चिंता को दूर करने के लिए सरकार की एक शानदार योजना मौजूद है।

क्या है आयुष्मान वय वंदना कार्ड?
भारत सरकार वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर और मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत एक विशेष कार्ड जारी करती है, जिसे ‘आयुष्मान वय वंदना कार्ड’ कहा जाता है। यह कार्ड विशेष रूप से 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए बनाया गया है।
इस कार्ड के फायदे क्या हैं?
इस कार्ड के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करती है कि देश के वरिष्ठ नागरिकों को पैसों की वजह से इलाज से वंचित न रहना पड़े। इसके मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:
- 5 लाख का स्वास्थ्य कवर: इस कार्ड के धारक को एक साल में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है।
- देशभर में इलाज की सुविधा: कार्डधारक देशभर के हजारों सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में अपना इलाज करवा सकते हैं।
- गंभीर बीमारियों का इलाज: इसमें कई गंभीर बीमारियों के इलाज को शामिल किया गया है, जिससे बड़े मेडिकल खर्चों की चिंता खत्म हो जाती है।
- आर्थिक बोझ से मुक्ति: इस कार्ड की मदद से परिवार को अचानक आने वाले मेडिकल खर्चों के लिए अपनी बचत तोड़ने या कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती।
कैसे बनवाएं यह कार्ड?
यह कार्ड बनवाना बेहद आसान है। इसके लिए आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
- ऑफलाइन आवेदन: आप अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या किसी सूचीबद्ध अस्पताल में जाकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
- ऑनलाइन आवेदन: आप आयुष्मान भारत योजना के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर भी आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
आवेदन के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेज, जैसे पहचान पत्र, आयु प्रमाण पत्र और परिवार से जुड़ी जानकारी देनी होगी। आपके आवेदन की जांच के बाद, यदि आप योग्य पाए जाते हैं, तो यह कार्ड जारी कर दिया जाता है, जिसे दिखाकर आप अस्पतालों में मुफ्त इलाज का लाभ उठा सकते हैं। यह योजना न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बुजुर्गों के लिए भी समान रूप से उपलब्ध है।