
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी देश और राज्यों के प्रशासनिक कामकाज में अहम भूमिका निभाते हैं, आईएएस अधिकारी का पद दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने के बाद मिलता है। एक IAS अधिकारी की जिम्मेदारी केवल दफ्तर तक ही सीमित नहीं होती बल्कि सरकार की नीतियों को लागू करने से लेकर योजनाओं के संचालन और जनता तक वह सुविधाएं पहुंचे यह सुनिश्चित करना भी होता है।
ऐसे में IAS के पद और उनके काम के बारे में तो सब जानते हैं, लेकिन IAS अधिकारी को अपनी रिपोर्ट किसे देनी होती है और वह किसी अधीन काम करते हैं इसके बारे में बेहद ही कम लोगों को जानकारी होती है। तो चलिए जानते हैं कौन होता है अफसरों का असली बॉस इससे जुडी पूरी जानकारी।
किसे देते हैं IAS ऑफिसर अपनी रिपोर्ट
आईएएस अधिकारी राज्य सरकार में कार्यरत होते हैं, उनकी दैनिक और मासिक रिपोर्टिंग आमतौर पर संबंधित विभाग के सचिव और मंत्री को होती है। यानी IAS अधिकारी अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट अपने विभाग प्रमुख या सचिव को देते हैं। इस रिपोर्ट में विभाग की प्रगति, योजनाओं की स्थिति और समस्याओं का पूरा विवरण दर्ज किया गया होता है। वहीं केंद्र सरकार में काम करने वाला अधिकारी सीधे उस मंत्रालय के सचिव को अपनी रिपोर्ट पेश करता है, जहाँ उसकी पोस्टिंग होती है।
कौन होता है IAS का बॉस?
बता दें, IAS अधिकारीयों में सबसे बड़ा बॉस कैबिनेट सचिव माना जाता है, कैबिनेट सचिव केंद्रीय प्रशासन में आईएएस अधिकारीयों के कामकाज की निगरानी करता है और उन्हें दिशा-निर्देश देने का काम करता है। राज्य स्तर पर आईएएस अधिकारी मुख्यमंत्री और संबंधित विभाग के प्रधान सचिव के अधीन काम करते है, इसके अलावा मंत्रालयों और विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उनके काम की समीक्षा करते हैं।
IAS अधिकारी अपनी वर्क रिपोर्ट विभागीय सचिव या मंत्री को देते हैं और उनका सर्वोच्च बॉस राज्य या केंद्र स्तर पर कैबिनेट सचिव या मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री होते हैं। हालाँकि भारत में IAS अधिकारीयों का सबसे बड़ा बॉस कैबिनेट सेक्रेटरी होता है जो सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करता है और उनके निर्णयों में महत्त्वपूर्ण सलाह देता है। वर्तमान में कैबिनेट सचिव के पद पर टी.वीं सोमनाथ कार्यरत हैं, जो पूरे देश के IAS अधिकारीयों का मार्गदर्शन और नीति निर्धारिण का काम कर रहे हैं।
