
व्यक्ति को अपनी रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई अलग -अलग तरह के नोटों की आवश्यकता होती है, जैसे -10 रुपए, 100 रुपए और 500 रुपए. हर काम को करने के लिए इन नोटों का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इन नोटों का छापने में कितना खर्चा आता है. तो आइए जानते है कि इन नोटों को छापने में कितना ख़र्च आता है.
नोटों का छापने में कितना खर्चा आता है ?
हर साल RBI अपनी रिपोर्ट के जरिए यह बताता है कि उसे नोट छापने में कितना खर्चा आता है. यह लागत कागज और स्याही की कीमत पर निर्भर करता है. हर साल ये कीमत बदलती रहती है. RBI की 2022-23 की रिपोर्ट के अनुसार, 10 रुपये के नोट को छापने में लगभग 1.19 रुपये, 20 रुपये के नोट को छापने में 1.08 रुपये और 50 रुपये के नोट को छापने में 1.22 रुपये का खर्च आता है. वहीं 100 रुपये का नोट छापने में 1.92 रुपये और 200 रुपये के नोट पर 2.48 रुपये खर्च आता हैं. सबसे बड़े 500 रुपये के नोट को छापने में लगभग 2.65 रुपये लगते हैं.
हर नोट को छापने का खर्चा अलग -अलग क्यों
RBI ने बताया है कि हर नोट को छापने में अलग -अलग खर्चा आता है. यह नोट एक खास तरह के 100% कपास के बने कागज पर छापे जाते हैं. इन पर जिस स्याही का इस्तेमाल किया जाता है, वह आम स्याही नही होती है, बल्कि एक खास तरह की स्याही होती है. हालंकि नोट छपाई का सबसे बड़ा खर्च इसके सुरक्षा फीचर्स पर होता है, जैसे कि चमकीली सुरक्षा पट्टी, गांधीजी का वॉटरमार्क और कुछ छिपे हुए शब्द. इन सभी ख़ास फीचर्स के वजह से नोट की लागत बढ़ जाती है.