क्या ऑनलाइन वसीयत वैध है? जानें बनाने की प्रक्रिया और किन गलतियों से बचना चाहिए

क्या आपकी ऑनलाइन बनाई गई वसीयत कानूनी रूप से मान्य होगी? यह सवाल कई लोगों के मन में होता है. इस सवाल का जवाब जानने के लिए, आपको वसीयत बनाने की पूरी प्रक्रिया को समझना होगा और उन छोटी-बड़ी गलतियों से बचना होगा, जिनसे आपकी वसीयत बेकार हो सकती है.

By Pinki Negi

क्या ऑनलाइन वसीयत वैध है? जानें बनाने की प्रक्रिया और किन गलतियों से बचना चाहिए
ऑनलाइन वसीयत

किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने के बाद उनकी संपत्ति का बटवारा कैसे होगा, इसके लिए वसीयत बनाई जाती है. वसीयत यह बताती है कि व्यक्ति की संपति उसकी इच्छा के अनुसार सही लोगों तक जाएं. कई लोग वसीयत बनाना चाहते है लेकिन कई कारणों के वजह से नहीं बना पाते है. अब आप घर बैठे ऑनलाइन वसीयत बना सकते हैं.

ऑनलाइन वसीयत क्या होती है ?

आज के समय में ऑनलाइन वसीयत बनाना काफी आसान और सस्ता हो गया है. अब आपको वसीयत बनाने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है, यह सुविधा अब ऑनलाइन उपलब्ध हो गई है, इससे समय की भी बचत होती है. ऑनलाइन वसीयत पूरी तरह से वैध है. लेकिन इसे बनाते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

इन लोगों के लिए आसान है ऑनलाइन वसीयत बनाना

जिन लोगों को अपनी प्रोपर्टी जैसे – बैंक अकाउंट या अन्य चीजे आसानी से बांटनी हों और जिनकी संपत्ति बहुत ज़्यादा या उलझी हुई न हो, उनके लिए ऑनलाइन वसीयत बनाना एक अच्छा ऑप्शन है. यदि आपके पास बहुत संपति है और आपका बड़ा परिवार है तो इसी स्थिति में प्रोपर्टी का बटवारा करना काफी मुश्किल हो जाता है. ऐसे मामलों में आप किसी वकील से सलाह लें. ऐसे में ऑनलाइन की जगह सामान्य वसीयत बनाना ही बेहतर है.

ऑनलाइन वसीयत में कितना खर्चा आएगा

आमतौर आप ऑनलाइन वसीयत बनाने के लिए 2,000 से 10,000 रुपये तक का खर्च आ सकता है. आजकल कई ऐसे ऑनलाइन कानूनी फ़र्में है जो ऑनलाइन वसीयत बनाने की सुविधा दे रहे है. ध्यान रखें, यदि आप ऑनलाइन वसीयत बना रहे है तो फिर भी भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम, 1925 के अनुसार, आपको कम से कम दो गवाहों की ज़रूरत पड़ेगी.

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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