
Bihar Bhumi: अक्सर कई बार पुरखों की जमीन के डॉक्यूमेंट्स में गलतियां होने के कारण हमें सरकारी ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते है. लेकिन अब सरकार इस समस्या को हल करने के लिए एक बड़ा कदम उठा रही है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने एक अभियान चलाया है, जिसके तहत आप अपने पुरखों की जमीन अपने नाम कर सकते है. यह अभियान 16 अगस्त से 30 अक्टूबर तक चलेगा. इस काम को करने के लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा.
जिले में जमाबंदी की कुल संख्या
बिहार में 14 अंचलों में 15,04,383 ज़मीन की जमाबंदियां हैं, जिनमें से ज़्यादातर गलती मालिक का नाम, खाता, खसरा या जमीन का क्षेत्रफल आदि में हुई है. इसके अलावा जिन लोगों के पूर्वज की मृत्यु हो गई है, वह भी उनके नाम ट्रांसफर नहीं हो पाई है. इस अभियान के माध्यम से सभी गलतियों को ठीक करवाया जाएगा. डॉक्यूमेंट्स में सुधार करने के लिए लोगों को सरकारी ऑफिस के चक्कर न काटने पड़े उसके लिए अपर समाहर्ता रवि राकेश का करना है कि सरकारी अधिकारी को घर -घर जाकर जमीन के डॉक्यूमेंट्स में सुधार करना होगा. 16 अगस्त से यह अभियान शुरू हुआ था और 18 अगस्त से 20 20 सितंबर तक लोगों को उनके कागज़ात घर पर ही दिए जाएंगे. इसके बाद तीसरा चरण 21 सितंबर से 30 अक्टूबर तक चलेगा.
उत्तराधिकार नामांतरण में सुधार
अपर समाहर्ता ने जानकारी दी है कि इस अभियान के तहत उत्तराधिकार नामांतरण में सुधार किया जाएगा. अगर किसी जमीन के मालिक की मृत्यु हो जाती है, तो उनके वारिसों के नाम वंशावली के आधार पर चढ़ाए जाएंगे. साथ ही संयुक्त जमाबंदी को आपसी सहमति या रजिस्टर्ड बँटवारे के आधार पर अलग-अलग किया जाएगा.
अभी तक जिन जमाबंदियों को ऑनलाइन नही किया है, उन्हे अब डिजिटल किया जाएगा. ऑनलाइन जमाबंदी में खाता, खेसरा, और ज़मीन के क्षेत्रफल से जुड़ी गलतियों को सुधारा जाएगा. सभी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में ज़मीन मालिकों के बीच जमाबंदी की कॉपी बाँटने का आदेश दिया गया है.
