जिस लड़की के चाचा किसी राज्य के मुख्यमंत्री हों, उससे लोग अक्सर ऊँचे रसूख और VIP ट्रीटमेंट की उम्मीद करते हैं. लेकिन अर्चना बिष्ट ने सबको चौंका दिया. अर्चना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भतीजी हैं, और फिर भी नौकरी के लिए वह आम लोगों की तरह रोजगार मेले की लाइन में खड़ी नज़र आईं.

कौन हैं अर्चना बिष्ट?
सीएम योगी का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है. उनका परिवार उत्तराखंड के पौड़ी जिले के पंचूर गांव में रहता है. अर्चना, योगी के बड़े भाई की बेटी हैं. साल 2019 में, उन्होंने हरिद्वार में आयोजित एक रोजगार मेले में नौकरी पाने के लिए हिस्सा लिया था. उस वक्त उन्होंने ऑफिस मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया था और सिफारिश की बजाय अपनी योग्यता के दम पर नौकरी पाना चाहती थीं.
6 साल पुरानी घटना फिर चर्चा में
हालांकि यह घटना नई नहीं है, बल्कि 2019 की है. लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर यह खबर दोबारा वायरल हो गई और लोग उनकी सादगी की तारीफ करने लगे. कई यूज़र्स ने इसे नेताओं के परिवार में दुर्लभ उदाहरण बताया.

सोशल मीडिया पर क्या बोले लोग?
पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा, “नेता नहीं, सन्यासी की भतीजी है, इसीलिए कतार में है, कुर्सी पर नहीं।”
एक यूज़र ने कहा, “छोटी-छोटी बात के लिए सिफारिश करने वालों को अर्चना से सीख लेनी चाहिए।”
बीजेपी की बंगाल प्रवक्ता माधवी अग्रवाल ने टिप्पणी की, “अगर यह विपक्षी नेता के परिवार से होती, तो संसद या विधानसभा में होती।”
योगी के परिवार की सादगी
योगी आदित्यनाथ का परिवार हमेशा साधारण जीवन जीने के लिए जाना जाता है. उनकी बहन आज भी चाय की दुकान चलाती हैं और उन्होंने कहा था, “गरीब हूं, यह मेरा नसीब है. मेहनत करके कमाना शर्म की बात नहीं।”
योगी खुद मानते हैं कि असली संतोष मेहनत से मिलता है, न कि दूसरों का हक़ छीनने से.
अब क्या कर रही हैं अर्चना?
अर्चना बिष्ट की इसी साल फरवरी में शादी हुई है. उनके पति मनोज रेलवे में अधिकारी हैं और गोरखपुर में पोस्टेड हैं. शादी में सीएम योगी खुद उत्तराखंड के अपने गांव पहुंचे थे और सभी रस्मों में शामिल हुए थे.