
देश का दूसरा सबसे बड़ा पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने चालू वित्त वर्ष में वसूली की प्रक्रिया तेज़ करने के लिए लगभग 100 नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) खातों को बेचने की तैयारी में है. इन सभी खातों की कीमत लगभग 4,000-5,000 करोड़ रुपए है. माना जा रहा है की बैंक इन खातों से 40-50% तक की वसूली कर सकता है, या फिर पूरी राशि की भी वसूली कर सकती है. इन खातों को एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनियों को बेचा जाएगा.
ARC को बेचा जाएगा करोड़ों का कर्ज
ज्यादातर बैंकों के कर्ज को ARC को बेच दिया जाता है, यह ऐसी कंपनी है, जो बैंकों के कर्ज को खरीद लेती है जो लोग चुका नहीं पाते हैं. इसके बाद बैंक को पैसा मिल जाता है. एआरसी उस कर्ज को वसूल कर अपना मुनाफा कमाती है. इसका असर उन लोगों पर पड़ता है, जिन्होंने बैंक से कर्ज लिया था लेकिन चुकाना नहीं है.
इस साल PNB का लक्ष्य
PNB के एमडी और सीईओ अशोक चंद्रा ने जानकारी दी कि इस वित्त वर्ष में बैंक ने 30 लाख करोड़ का लक्ष्य रखा है. जून 2025 तक बैंक का कुल कारोबार 11.6% बढ़कर 27.19 लाख करोड़ हो गया है, जिस वजह से ये बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक से आगे निकल चुका है. बैंक ऑपरेटिंग प्रॉफिट को लेकर काफी सतर्क है और उसने पहली तिमाही में ही 7,081 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड ऑपरेटिंग प्रॉफिट हासिल किया है. इसके अलावा चंद्रा ने बताया कि बैंक बल्क डिपॉजिट और कम मुनाफा देने वाले कॉरपोरेट लोन को कम करके अपने मार्जिन में सुधार कर रहा है.
बैंक के पास 1.29 लाख करोड़ का लोन देने की योजना
बैंक अपने टारगेट को पूरा करने के लिए 11-12% क्रेडिट ग्रोथ और 9-10% डिपॉजिट ग्रोथ का लक्ष्य रखा है. अभी बैंक के पास 1.29 लाख करोड़ का कॉर्पोरेट लोन देने की योजना है और अब हर बड़े कॉर्पोरेट लोन का काम 15 दिनों के अंदर पूरा होगा. इसके अलावा बैंक प्रोजेक्ट फाइनेंस, MSME, रिटेल लोन (जैसे होम, व्हीकल, और एजुकेशन लोन) और कृषि क्षेत्र पर भी ध्यान दे रही है. साथ ही बैंक ने छोटे और सीमांत किसानों को सहायता देने वाले स्वयं सहायता समूहों के लिए 30-40% की वृद्धि का टारगेट तय किया है.