
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत सेल्फ सर्वे अभियान ने गांवों में जॉब कार्ड धारकों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि कर दी है, जैसे ही सरकार ने योजना के लिए पात्रता तय करने के लिए सेल्फ सर्वे का विकल्प उपलब्ध कराया बड़ी संख्या में ग्रामीणों में जॉब कार्ड बनवाने की होड़ लग गई है।
यह भी देखें: OnePlus Buds 3 मिलेंगे बिल्कुल फ्री, स्मार्टफोन पर भारी डिस्काउंट, इस दिन से शुरू हो रही मेगा सेल
कई बड़ी संख्या में लोगों ने जॉब कार्ड के लिए आवेदन शुरु कर दिया है, गांवों में अब ऐसे लोग भी जॉब कार्ड बनवा रहे है, जिनको पहले जॉब कार्ड की कोई आवश्यकता नहीं थी, लेकिन अब सब सोच रहें है की योजना का लाभ लेने के लिए जॉब कार्ड की आवश्यकता है।
सेल्फ सर्वे शुरु होते ही गांवों में जॉब कार्ड बनवाने की होड़
ग्राम रोजगार सेवकों का कहना है, की जैसे ही प्रधानमंत्री आवास योजना का ऑफलाइन सेल्फ सर्वे लिंक जारी हुआ वैसे ही लोगों में जॉब कार्ड बनवाने की होड़ मच गई, कई पंचायतों में तो हर दिन सैकड़ों आवेदन आ रहे है, ब्लॉक की ग्राम पंचायत बरई हरख में हाल ही में 244 लोगों के नाम पर नए जॉब कार्ड जारी किए गए है, इसी तरह बेरवां में 88, पश्चिमनारा में 43, सिंगरौर उपहार में 44 और आनापुर में 34 लोगों को जॉब कार्ड मिल चुके है, यहीं ही नहीं बल्कि लगभग हर गांव में जॉब कार्ड बनवाने वालों की संख्या अचानक बढ़ गई है।
यह भी देखें: MP Bijli Bill: स्मार्ट मीटर से मिलेगी सस्ती बिजली, जानें कैसे घटेगा बिजली का खर्च
ग्रामीणों ने की सख्त जाँच की मांग
ग्रामीणों का कहना है, की जब तक उनके पास जॉब कार्ड नहीं होगा, तब तक उनका नाम किसी भी सरकारी योजना खासकर प्रधानमंत्री आवास योजना में नहीं जुड़ पाएगा, इसी वजह से अब हर कोई जॉब कार्ड बनवाने की कोशिश में जुटा हुआ है, ग्रामीणों द्वारा यह मांग की गई है, की जॉब कार्ड बनवाते समय सख्त जाँच होनी चाहिए, ताकि जो जॉब कार्ड के वास्तव में पात्र है, सिर्फ उन्हीं को ही इसका फायदा हो, ग्रामीणों का कहना है, की अगर जॉब कार्ड बनवाते समय सही से जाँच नहीं की जाएगी तो गलत लोग भी लाभ लेंगे और जिनको इसकी जरुरत होगी जो की इस योजना के पात्र होंगे वह पीछे छूट जाएंगे।