
शादी करना केवल एक सामाजिक रस्म ही नहीं, बल्कि जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ होता है। भारत में तो शादी पर भारी-भरकम खर्च आम बात है—प्री-वेडिंग शूट, पोस्ट-वेडिंग रिसेप्शन और मेहमानों की आवभगत में लाखों रुपये खर्च कर दिए जाते हैं। कई बार तो इस खुशी के मौके पर लोग कर्ज तक ले लेते हैं, जो बाद में एक भारी बोझ बन जाता है। लेकिन सोचिए, अगर शादी करने पर आपको सरकार की ओर से 12 लाख रुपये मिलें तो? जी हां, दक्षिण कोरिया में ऐसा हो रहा है।
दक्षिण कोरिया में घट रही जनसंख्या
दक्षिण कोरिया एक गहरी जनसंख्या संकट से गुजर रहा है। यहां की बर्थ रेट दुनिया में सबसे कम है। 2023 में ये दर 0.72 थी, जो 2024 में थोड़ी बढ़कर 0.75 हो गई, लेकिन ये अब भी चिंता का विषय बनी हुई है। जनसंख्या में इस गिरावट को रोकने के लिए सरकार ने मैरेज इंसेंटिव स्कीम की शुरुआत की है। इसके तहत जोड़े को शादी करने पर लगभग 14,700 डॉलर यानी करीब 12 लाख रुपये दिए जाते हैं।
ये योजना केवल शादी तक सीमित नहीं है। डेटिंग, सगाई और हनीमून तक के खर्चों को भी इस योजना में शामिल किया गया है। मकसद साफ है—युवाओं को शादी और परिवार बढ़ाने के लिए प्रेरित करना।
पैसे और प्यार दोनों का संगम
बुसान जिले में एक विशेष मैचमेकिंग प्रोग्राम आयोजित किया गया, जिसमें भाग लेने वाले जोड़े को शादी के बाद भारी भरकम राशि मिली। उदाहरण के लिए, पिछले साल इस कार्यक्रम में एक जोड़े को करीब 38,000 डॉलर यानी 31 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई। इस तरह की योजनाएं युवाओं को शादी के लिए आकर्षित कर रही हैं और सरकार को उम्मीद है कि इससे Birth Rate में सुधार होगा।
जापान में भी जनसंख्या संकट
दक्षिण कोरिया की तरह जापान भी इसी तरह की समस्या से जूझ रहा है। जापान की Birth Rate पिछले 50 वर्षों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। पहले जहां साल में 50 लाख बच्चों का जन्म होता था, अब ये घटकर 7 लाख 60 हजार तक आ गया है। जापान सरकार भी इस स्थिति से निपटने के लिए कई योजनाएं चला रही है। यहां भी युवाओं को शादी और बच्चों के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है।