इजरायल vs ईरान: कौन है ज्यादा ताकतवर? जानें जमीनी हकीकत

इजरायल और ईरान आमने-सामने हैं! मिसाइलें दागी जा रही हैं, ड्रोन हमला हो रहा है, लेकिन कौन है असली सुपरपावर? ईरान के पास है मिसाइलों का पहाड़, तो इजरायल के पास है हाईटेक डिफेंस सिस्टम। वायुसेना, टैंक, सबमरीन और फाइटर जेट्स में किसका पलड़ा भारी है? जानिए दोनों देशों की असली ताकत, बेहद आसान भाषा में!

By GyanOK

इजरायल और ईरान के बीच तनाव अब खुली जंग में बदल चुका है। दोनों देश एक-दूसरे पर मिसाइल और ड्रोन से हमला कर रहे हैं। इजरायल जहां अपनी अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और एयर डिफेंस सिस्टम पर भरोसा कर रहा है, वहीं ईरान मिसाइलों की बड़ी रेंज और संख्या को अपनी ताकत मान रहा है। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कौन है वाकई में ज्यादा ताकतवर? आइए नजर डालते हैं दोनों देशों की सैन्य ताकत पर।

इजरायल vs ईरान: कौन है ज्यादा ताकतवर? जानें जमीनी हकीकत

मिसाइलों के मामले में ईरान भारी, लेकिन…

ईरान के पास करीब 3000 मिसाइलों का जखीरा है। इनमें शाहाब-3 जैसी लंबी दूरी की मिसाइल शामिल है जिसकी रेंज 2000 किलोमीटर है। इसके अलावा फतेह-110 और खायबर शेकान जैसी हाइपरसोनिक और बैलिस्टिक मिसाइलें भी हैं। हाल ही में ईरान ने इजरायल के तेल अवीव पर 150 से ज्यादा मिसाइलें दागीं, जिनमें से कई को इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया, लेकिन कुछ मिसाइलें अपने टारगेट तक भी पहुंच गईं।

इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम सबसे घातक

मिसाइलों की संख्या भले ही ईरान के पास ज्यादा हो, लेकिन इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम काफी मजबूत है। उसका ‘आयरन डोम’ सिस्टम शॉर्ट रेंज में मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने के लिए मशहूर है। इसके अलावा ‘डेविड स्लिंग’ मीडियम रेंज के लिए और ‘एरो-2 व एरो-3’ लॉन्ग रेंज मिसाइलों को रोकने के लिए तैयार हैं। वहीं, ईरान का डिफेंस सिस्टम इजरायल के ड्रोन हमलों में काफी हद तक तबाह हो चुका है।

इजरायल की मिसाइलें भले कम, लेकिन ज्यादा ताकतवर

इजरायल के पास मिसाइलें भले ही कम हों, लेकिन उसकी तकनीक बेहद एडवांस है। ‘जेरिको-3’ जैसी ICBM मिसाइल न्यूक्लियर कैपेबल है और इसकी रेंज करीब 4800 किलोमीटर है। इसके अलावा ‘लोरा’, ‘स्पाइस 2000’, ‘डेलिला’ और ‘पाइथन सीरीज’ जैसी गाइडेड मिसाइलें भी इजरायल को बढ़त देती हैं।

वायुसेना में कौन आगे?

इजरायल की वायुसेना काफी एडवांस मानी जाती है। उसके पास एफ-35 कस्टम वर्जन हैं, जो अमेरिका ने सिर्फ इजरायल को दिए हैं। इसके अलावा एफ-15 और एफ-16 जैसे मॉडर्न फाइटर जेट्स भी हैं। वहीं, ईरान के पास करीब 550 फाइटर जेट हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर पुराने हो चुके हैं। कई तो 1970 के दशक के अमेरिकी एफ-14 टॉमकैट हैं, जिनकी मरम्मत तक नहीं हो पा रही है।

सेना की संख्या में ईरान आगे, तकनीक में इजरायल भारी

ईरान के पास 6 लाख एक्टिव सैनिक और 3.5 लाख रिजर्व हैं। वहीं इजरायल के पास 1.7 लाख एक्टिव और 4.5 लाख रिजर्व सैनिक हैं। हालांकि, इजरायल की सेना अत्याधुनिक हथियारों से लैस है, जो उसे कम संख्या में भी ज्यादा सक्षम बनाते हैं। टैंकों के मामले में ईरान के पास 1996 टैंक हैं, जबकि इजरायल के पास 1370 टैंक हैं।

नौसेना में भी ईरान की संख्या ज्यादा, पर क्वालिटी…?

ईरान के पास 101 नेवल एसेट्स, 7 फ्रिगेट और 19 सबमरीन हैं। जबकि इजरायल के पास 67 नेवल एसेट्स और 5 सबमरीन हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इजरायल की सबमरीन तकनीकी रूप से ज्यादा एडवांस हैं।

आर्मी vs टेक्नोलॉजी

अगर केवल संख्या की बात करें, तो ईरान की सेना बड़ी है। लेकिन आधुनिक हथियारों, फाइटर जेट्स और डिफेंस सिस्टम के मामले में इजरायल कहीं आगे है। ग्लोबल फायरपावर रैंकिंग में ईरान 14वें और इजरायल 17वें स्थान पर है, लेकिन जमीनी सच्चाई ये है कि युद्ध जीतने के लिए आज के दौर में टेक्नोलॉजी ज्यादा मायने रखती है और इसमें इजरायल ईरान से आगे दिखाई देता है।

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