
अगर आप चारधाम जाने की प्लानिंग कर रहे है तो कुछ समय के लिए रुक जाएं. मौसम विभाग ने खराब मौसम और भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिस वजह से अगले 24 घंटों के लिए चार धाम यात्रा रोक दी गई है. खराब मौसम के कारण कोई दुर्घटना न हो उसके लिए पुलिस और प्रशासन को हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग और विकासनगर जैसे मुख्य पड़ावों पर तीर्थयात्रियों को रोकने के निर्देश दिए हैं. यह अहम कदम उत्तरकाशी जिले में बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर बादल फटने के बाद लिया गया, जिसमे एक एक निर्माणाधीन होटल स्थल से नौ मजदूर लापता हो गए हैं.
यमुनोत्री जाने वाला रास्ता हुआ बंद
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने जानकारी दी कि बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर बालिगढ़ में बादल फटने से एक निर्माणाधीन होटल पूरी तरह से टूट गया है. इस होटल में काम करने वाले 8-9 कर्मचारी लापता है, जिनकी जांच की जा रही है. इसके अलावा यमुनोत्री जाने वाला रास्ता बारिश की वजह से पूरी तरह टूट गया है.
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद
उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि सरकार उत्तराखंड में भारी बारिश से पैदा हुई स्थिति पर नजर रख रही है. साथ ही तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए ज़रूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. शनिवार को हुई लगातार बारिश के कारण नंदप्रयाग और भानेरपानी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए है, जिससे यात्रा करने में दिक्कत आ रही है. इसके अलावा चमोली पुलिस उत्तराखंड ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘X’ पर बताया कि बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नंदप्रयाग और भानेरपानी के पास बंद है, जिसे खोलने का काम जारी है.
बारिश की संभावना को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से अपील की है कि अगले 24 घंटों में राज्य के पहाड़ी और कुछ मैदानी इलाके जाने में खतरा है, इसलिए शनिवार तक बिना वजह यात्रा न करें और सावधान रहे.