
हाल ही में सोशल मीडिया और स्थानीय खबरों में यह चर्चा ज़ोर पकड़ने लगी थी कि उत्तर प्रदेश के किसी जिले में तीन दिन तक बिजली कटौती होगी। लेकिन उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। दरअसल, इस तरह की अफवाहें अक्सर गर्मी के मौसम में फैलती हैं, जब बिजली की मांग चरम पर होती है और आपूर्ति में थोड़ी बहुत अनियमितता आती है।
हालांकि यह बात सही है कि कुछ क्षेत्रों में बिजली कटौती होती है, लेकिन यह स्थानीय तकनीकी खराबियों या अस्थायी लोड शेडिंग के कारण होती है, न कि किसी राज्यव्यापी घोषित योजना के तहत।
सरकार के दिशा-निर्देश और UPPCL की जिम्मेदारी
राज्य सरकार ने बिजली आपूर्ति को लेकर स्पष्ट मापदंड तय किए हैं, जिन्हें UPPCL को अनिवार्य रूप से पालन करना होता है। इन निर्देशों के तहत:
- ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिदिन कम से कम 18 घंटे,
- तहसील मुख्यालयों में 21.5 घंटे,
- और जिला मुख्यालयों में 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की जानी चाहिए।
अगर कहीं बिजली बाधित होती है, तो उसका कारण ज्यादातर लाइन फॉल्ट, ट्रांसफार्मर फेल होना, या ओवरलोडिंग होता है। इन स्थितियों में, UPPCL को वैकल्पिक तरीकों से जल्द से जल्द बिजली बहाल करनी होती है। यह नीति खासतौर पर ग्रामीण और दूर-दराज़ क्षेत्रों को ध्यान में रखकर बनाई गई है ताकि शहरी और ग्रामीण बिजली आपूर्ति में असंतुलन न हो।
बढ़ती मांग और गर्मी में लोड शेडिंग की चुनौती
उत्तर भारत की भीषण गर्मी में बिजली की मांग अचानक बढ़ जाती है। एयर कंडीशनर, कूलर, पंखे और फ्रिज जैसे उपकरण दिन-रात चलते हैं, जिससे बिजली की खपत रिकॉर्ड स्तर तक पहुँच जाती है। इसके चलते कई बार ग्रिड पर दबाव बढ़ जाता है और UPPCL को लोड शेडिंग यानी नियोजित बिजली कटौती का सहारा लेना पड़ता है।
हालांकि लोड शेडिंग की योजना उपभोक्ताओं को कम से कम प्रभावित करने के लिए बनाई जाती है, फिर भी इसका असर खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा महसूस होता है। इस समस्या का स्थायी समाधान उत्पादन क्षमता बढ़ाना और Renewable Energy को अपनाना है, जिस पर सरकार और UPPCL लगातार कार्य कर रहे हैं।
डिजिटल युग में समाधान: UPPCL ऐप और वेबसाइट
UPPCL ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए तकनीक का सहारा लिया है।
‘UPPCL 24X7 BIJLEE’ मोबाइल ऐप एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो उपभोक्ताओं को निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान करता है:
- बिजली कटौती की पूर्व सूचना,
- शिकायत दर्ज करने की सुविधा,
- दर्ज शिकायत की स्थिति की निगरानी,
- रिपोर्ट जनरेट करने और बिल भुगतान करने की सुविधा।
इसके साथ-साथ UPPCL की आधिकारिक वेबसाइट भी उपयोगकर्ताओं को रीयल-टाइम जानकारी उपलब्ध कराती है। इससे न केवल पारदर्शिता बनी रहती है, बल्कि उपभोक्ताओं को भी यह भरोसा रहता है कि उनकी शिकायतों पर समय रहते कार्रवाई हो रही है।