बिजली महंगी होने वाली है! यूपी वालों के लिए 440 वोल्ट का झटका तैयार, 30% तक बढ़ सकती हैं दरें

उत्तर प्रदेश की जनता के लिए गर्मियों की राहत अब जेब पर भारी पड़ने वाली है! UPPCL ने बिजली दरों में 30% बढ़ोतरी का प्रस्ताव दे दिया है। अगर मंजूरी मिली, तो हर यूनिट का बिल बनेगा 'बिजली का झटका'! जानिए कब और कैसे पड़ेगा ये असर, और क्या आप इससे बच सकते हैं? पूरी खबर पढ़िए...

By GyanOK

उत्तर प्रदेश की जनता को बहुत जल्द बिजली (Electricity Price Hike) के मोर्चे पर एक बड़ा झटका लग सकता है। उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने बिजली की दरों में 30 फीसदी तक बढ़ोतरी (UPPCL Electricity Tariff Hike) का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग (Electricity Regulatory Commission) के सामने पेश किया है। यह प्रस्ताव राज्य के लाखों उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर डालने वाला है।

बिजली महंगी होने वाली है! यूपी वालों के लिए 440 वोल्ट का झटका तैयार, 30% तक बढ़ सकती हैं दरें

क्या है मामला?

UPPCL ने आयोग के समक्ष वर्ष 2023-24 के आय-व्यय (Revenue Deficit) के आंकड़े पेश करते हुए दावा किया है कि विभाग को 19,600 करोड़ रुपये के घाटे का सामना करना पड़ रहा है। विभाग के अनुसार, बिजली की दरों में आखिरी बार बढ़ोतरी करीब 5 साल पहले की गई थी। अब बिजली की लागत और खरीद मूल्य में बढ़ोत्तरी के कारण इतना बड़ा घाटा हुआ है कि इसे बिना टैरिफ बढ़ाए पूरा करना नामुमकिन है।

इतना हो सकता है बिजली का झटका

यदि नियामक आयोग ने प्रस्तावित वृद्धि पर सहमति दे दी तो घरेलू उपभोक्ताओं (Domestic Electricity Consumers) को अपनी जेबें ढीली करनी पड़ सकती हैं। अनुमान है कि हर यूनिट पर औसतन 30% तक अधिक राशि चुकानी पड़ेगी। यानी अगर अब तक एक यूनिट पर 6 रुपये लगते थे, तो बढ़ोत्तरी के बाद यही यूनिट 7.80 रुपये की पड़ सकती है।

उपभोक्ता नहीं भर रहे बिल

बिजली विभाग ने यह भी खुलासा किया कि 54.24 लाख उपभोक्ताओं ने एक बार भी बिजली बिल नहीं भरा है, जिससे 36,353 करोड़ रुपये बकाया हो चुके हैं। वहीं, 78.65 लाख उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने 6 महीने से कोई बिल नहीं चुकाया, जिससे 36,117 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।

बढ़ रहा है घाटा, सरकार की सब्सिडी भी कम पड़ रही

UPPCL के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल खर्च 1,07,209 करोड़ रुपये रहा, जबकि राजस्व केवल 67,955 करोड़ रुपये ही मिला। इसमें से राज्य सरकार ने 19,494 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी, फिर भी 5,910 करोड़ रुपये का घाटा बाकी रह गया। मार्च 2024 तक, UPPCL का कुल संचयी नुकसान 1.10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।

आम आदमी की जेब पर असर

गर्मियों के मौसम में एसी, कूलर, पंखों की लगातार बढ़ती खपत के बीच यह बिजली का झटका आम लोगों के लिए भारी पड़ सकता है। “जितना चलाना है एसी-कूलर, चला लो…” अब यह चेतावनी बन चुकी है, क्योंकि आने वाले दिनों में बिजली की बढ़ती दरें (Electricity Rate Increase) हर उपभोक्ता को सीधे प्रभावित करेंगी।

फैसला कब होगा?

UPPCL ने आयोग से तत्काल निर्णय लेने की अपील की है ताकि घाटे की भरपाई की दिशा में जल्द कदम उठाया जा सके। अब सबकी नजरें विद्युत नियामक आयोग के फैसले पर टिकी हैं।

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