3 लाख 30 हजार राशन कार्डधारकों को नहीं मिलेगा फ्री राशन, ये है कारण

गाजियाबाद में 3 लाख से ज्यादा राशन कार्ड यूनिट्स पर खतरे की घंटी बज चुकी है। जानिए क्यों सरकार ने KYC को अनिवार्य किया है, और अगर आप चूक गए तो कैसे छिन जाएगा आपके परिवार का मुफ्त राशन। समय रहते उठाएं ये जरूरी कदम!

By GyanOK

Ghaziabad Ration Card KYC: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फ्री राशन योजना का लाभ उठाने के लिए एक नई शर्त लागू की गई है। गाजियाबाद जिले के 3 लाख 30 हजार राशन कार्ड यूनिट्स पर यह संकट मंडरा रहा है क्योंकि उन्होंने अब तक अपनी KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया पूरी नहीं की है। अगर ये यूनिट्स 30 जून 2025 तक केवाईसी नहीं कराते हैं, तो इन्हें मुफ्त राशन योजना से वंचित कर दिया जाएगा।

3 लाख 30 हजार राशन कार्डधारकों को नहीं मिलेगा फ्री राशन, ये है कारण
3 लाख 30 हजार राशन कार्डधारकों को नहीं मिलेगा फ्री राशन, ये है कारण

राशन कार्ड KYC क्यों है अनिवार्य?

सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि फ्री राशन योजना (Free Ration Scheme) का लाभ केवल वास्तविक और पात्र लोगों तक ही पहुंचे। इसके लिए राशन कार्ड में दर्ज प्रत्येक यूनिट (यानी परिवार का सदस्य) की पहचान सत्यापित करना जरूरी कर दिया गया है। इससे डुप्लीकेसी, फर्जीवाड़ा और डबल इंट्री पर रोक लगेगी।

जिला आपूर्ति अधिकारी अमित तिवारी के अनुसार, गाजियाबाद में कुल 4.45 लाख राशन कार्ड हैं, जिनमें 19.51 लाख यूनिट्स शामिल हैं। इनमें से अब तक 16.30 लाख यूनिट्स का KYC पूरा हो चुका है, जबकि 3.30 लाख यूनिट्स का KYC अब भी लंबित है। यह संख्या यदि समय पर अपडेट नहीं होती है, तो संबंधित सदस्यों को राशन नहीं मिलेगा।

गाजियाबाद की स्थिति और रैंकिंग

गाजियाबाद, यूपी में KYC पूर्णता के मामले में 18वें स्थान पर है। हालांकि मेरठ मंडल के 6 जिलों में गाजियाबाद सबसे आगे है। अब तक 83.08% KYC कार्य पूर्ण किया जा चुका है। प्रशासन विक्रेताओं के साथ नियमित बैठकें कर रहा है और लोगों को राशन कार्ड KYC के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

राशन कार्ड में “यूनिट” का मतलब

एक राशन कार्ड परिवार के किसी एक सदस्य के नाम से जारी होता है, लेकिन उसमें जितने भी सदस्य पंजीकृत होते हैं, उन्हें “यूनिट्स” कहा जाता है। जैसे यदि एक परिवार में पांच सदस्य हैं, तो उस कार्ड पर 5 यूनिट्स होंगे। हर यूनिट का अलग-अलग KYC कराना जरूरी है, नहीं तो संबंधित सदस्य को राशन नहीं मिलेगा।

दिल्ली से राशन लेने का चलन और इसका प्रभाव

गाजियाबाद दिल्ली से सटा हुआ जिला है, और यहां कई लोग दिल्ली के राशन डिपो से राशन लेते हैं क्योंकि वहां वितरण हर महीने की 1 तारीख से शुरू हो जाता है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह 7 तारीख से होता है। कई कार्डधारक इस सुविधा का फायदा उठाते हैं। ऐसे में आपूर्ति विभाग ने स्पष्ट किया है कि राशन धारक जहां से भी राशन लेते हों, वहां जाकर अपनी KYC करवा सकते हैं।

KYC कैसे कराएं?

राशन कार्डधारक अपने नजदीकी राशन डीलर या विक्रेता के पास जाकर आधार कार्ड के साथ KYC करा सकते हैं। इस प्रक्रिया में ज्यादा समय नहीं लगता और एक बार KYC पूरा हो जाने के बाद राशन वितरण में कोई रुकावट नहीं आती।

FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्र. KYC नहीं कराने पर क्या होगा?
यदि 30 जून तक KYC नहीं कराई गई, तो उस यूनिट को फ्री राशन नहीं मिलेगा जब तक वह प्रक्रिया पूरी न हो जाए।

प्र. क्या सिर्फ कार्ड होल्डर को KYC कराना है?
नहीं, राशन कार्ड में दर्ज हर यूनिट (सदस्य) का KYC कराना अनिवार्य है।

प्र. KYC कहां करवा सकते हैं?
अपने स्थानीय राशन डीलर या CSC केंद्र पर जाकर आधार कार्ड के माध्यम से KYC करवा सकते हैं।

प्र. क्या दिल्ली से राशन लेने वाले भी KYC करवा सकते हैं?
हाँ, चाहे आप दिल्ली से राशन लें या यूपी से, जहां से राशन ले रहे हैं वहीं जाकर KYC करवाना जरूरी है।

प्र. क्या KYC ऑनलाइन भी हो सकता है?
कुछ राज्यों में इसकी सुविधा उपलब्ध है, लेकिन गाजियाबाद में फिलहाल ऑफलाइन माध्यम से ही KYC किया जा रहा है।

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