संतकबीरनगर जिले में एक बड़ा खुलासा हुआ है जहाँ बिना सरकारी मान्यता के एक निजी स्कूल चलाया जा रहा था. बीएसए (जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी) अमित कुमार सिंह ने जब जीपीसी कान्वेंट स्कूल का अचानक निरीक्षण किया, तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं.

ना कोई दस्तावेज, ना कोई अनुमति
खलीलाबाद ब्लॉक के वनदेवी चौराहे के पास स्थित इस स्कूल से जुड़े लोगों के पास मान्यता से जुड़ा कोई वैध कागज़ नहीं था. स्कूल प्रबंधन न तो किसी सरकारी मान्यता का प्रमाण दे सका और न ही दस्तावेज दिखा सका.
बीएसए ने साफ कहा कि इस तरह बिना मान्यता के स्कूल चलाना गंभीर मामला है और इसे किसी हाल में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
एक हफ्ते की मोहलत, फिर होगी कार्रवाई
बीएसए ने स्कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य को निर्देश दिए हैं कि वे एक हफ्ते के भीतर अपनी स्थिति स्पष्ट करें और सभी जरूरी दस्तावेज जमा करें. अगर ऐसा नहीं किया गया, तो स्कूल के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.
बच्चों को मिलेगा नया स्कूल
बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारी को निर्देश दिए कि इस स्कूल का संचालन तुरंत बंद कराया जाए और यहाँ पढ़ने वाले सभी बच्चों का नामांकन नजदीकी सरकारी स्कूल (रौरापार परिषदीय विद्यालय) में कराया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों की पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए.
गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ चलेगा अभियान
अमित कुमार सिंह ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे जिले में चल रहे ऐसे सभी गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की जांच करें और ज़रूरत पड़ने पर उन्हें बंद कराएं. उन्होंने चेतावनी दी कि इस मामले में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.