
यदि आप गाजियाबाद में रहते है तो आपके लिए अच्छी खबर है. जैसा की आप जानते होंगे कि हरनंदीपुरम टाउनशिप की योजना पर काम नवंबर 2024 में लखनऊ में शुरू हुआ था. ये फैसला आवास विकास विभाग के साथ हुई एक बैठक में लिया गया था. इस बैठक में राज्य सरकार ने गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी (GDA) को इस टाउनशिप प्रोजेक्ट के लिए 400 करोड़ रुपये देने का वादा किया था.
राज्य सरकार ने टाउनशिप के विकास के लिए कुल 3,000 करोड़ रुपये सेव करके रखें हैं. इसमें से 1,366.2 करोड़ रुपये को इस परियोजना के लिए शुरुआती खर्चों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. इसके अलावा इस फंड में GDA भी अपने 400 करोड़ रुपये और जोड़ेगा. इस टाउनशिप का निर्माण होने से गाजियाबाद में अच्छा विकास होगा.
टाउनशिप के लिए होगा जमीन का अधिग्रहण
शहर में टाउनशिप का निर्माण करने के लिए पैसे का लगभग 75% हिस्सा जमीन खरीदने और टाउनशिप के शुरुआती विकास में खर्च किया जाएगा. ये पैसा खर्च होने के बाद राज्य सरकार इसकी अगली किस्त जारी करेगी. 521 हेक्टेयर जमीन पर इस हरनंदीपुरम टाउनशिप का निर्माण होगा, जिसमें 8 गावों की ज़मीन होगी. लेकिन बाद में तीन गांवों को इस योजना से हटा दिया गया, जिससे ये जगह 151 हेक्टेयर कम हो गई है. इसके बाद , गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) को 127 हेक्टेयर निजी जमीन खरीदनी है, क्योंकि बाकी की जमीन पहले से ही GDA के पास है या गांवों की पंचायतों के अधिकार में है.
गावों की जमीन पर अधिग्रहण की योजना शुरू
नई टाउनशिप का निर्माण करने के लिए पहले चरण में पांच गांवों की ज़मीन ली जाएगी. इन गाँवों में शमशेर (86 हेक्टेयर), चम्पतनगर (33 हेक्टेयर), मथुरापुर (14 हेक्टेयर), भनेड़ाखुर्द (9 हेक्टेयर) और नंगला फिरोज मोहनपुर (लगभग 192 हेक्टेयर) शामिल हैं. इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए काफी बड़ी जमीन का इस्तेमाल होगा.
गावों के किसानों से उनकी ज़मीन खरीदने के लिए GDA वहां से लोगो से अच्छे संबंध बनाने की कोशिश कर रहे है, ताकि जमीन लेने में कोई दिक्कत न हो.
टाउनशिप निर्माण में 15,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान
गाजियाबाद का विकास करने के लिए हरनंदीपुरम टाउनशिप एक बड़ा प्रोजेक्ट है, जिसकी लागत 15,000 करोड़ रुपये हो सकती है ये सिर्फ अनुमान है. इस प्रोजेक्ट का 50% खर्चा राज्य सरकार मुख्यमंत्री शहरी विस्तार योजना के तहत देगी, और बाकी 50% गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) उठाएगा. ये टाउनशिप दिल्ली से जुड़ेगी. क्योंकि हिंडन एलिवेटेड रोड का 2 किलोमीटर लंबा हिस्सा इसे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, NH-9 और यूपी गेट से जोड़ेगा। इससे टाउनशिप तक पहुंचना और भी आसान हो जाएगा।
इस प्रोजेक्ट से यहां के निवेशक और बिल्डर को काफी फायदा होगा और प्रोपर्टी की कीमतें बढ़ने से रियल एस्टेट को भी प्रॉफिट होगा.