अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में रियल एस्टेट सेक्टर में बूम आ चुका है, और अब इसका सीधा असर ज़मीन के सर्किल रेट पर पड़ा है। 8 साल के लंबे इंतजार के बाद, यहां के सर्किल रेट में 200 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर दी गई है, जो 9 जून 2025 से लागू हो चुकी है।

जिला प्रशासन की मंजूरी के बाद यह फैसला लिया गया है और अब यहां जमीन की खरीद-फरोख्त सरकारी रेट पर भी पहले से कहीं महंगी होगी। इससे अब रियल एस्टेट की वैल्यू का सरकारी दाम मिल पाएगा, साथ ही सरकार को भी रजिस्ट्री टैक्स भी भारी राजस्व मिलेगा और टैक्स चोरी में भी कमी आएगी.
राम मंदिर से मिली रियल एस्टेट को ग्रोथ
2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से अयोध्या में ज़मीन की मांग तेजी से बढ़ी है, लेकिन 2024 में राम मंदिर में रामलला की स्थापना के बाद हालात पूरी तरह बदल गए। अब इस पवन धार्मिक नगरी में बड़े-बड़े निवेशक, बिल्डर और सेलिब्रिटीज तक जमीन खरीद रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में इंफ्रास्ट्रक्चर और टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ₹85,000 करोड़ के रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स का ऐलान किया है, जिसका सीधा फायदा ज़मीन की कीमतों को मिला है।
कहां कितना बढ़ा सर्किल रेट? जानिए हॉट लोकेशंस
- तिहुरा मांझा: यहां खेती की ज़मीन का रेट ₹11-23 लाख से बढ़कर अब ₹33-69 लाख प्रति हेक्टेयर हो गया है।
- तिहुरा उपरहार: अब रेट ₹42-95 लाख प्रति हेक्टेयर पहुंच गया है।
- शाहनवाजपुर माझा और बरहटा माझा: दोनों ही जगहों पर सर्किल रेट अब ₹98-221 लाख प्रति हेक्टेयर तक पहुंच चुके हैं।
- गंजा गांव: यहां अब दरें ₹35-80 लाख प्रति हेक्टेयर के बीच तय की गई हैं।
इन इलाकों में सर्किल रेट सबसे ज्यादा बढ़ा है इसके साथ ही उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने 600 एकड़ से ज्यादा जमीन अधिग्रहित भी कर ली है, ताकि भविष्य में टाउनशिप और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स खड़े किए जा सकें।
सेलेब्रिटीज की भी पसंद बना अयोध्या
अब अयोध्या सिर्फ श्रद्धालुओं की नहीं, बल्कि इन्वेस्टर्स और बॉलीवुड सितारों की भी पहली पसंद बन रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमिताभ बच्चन ने राम मंदिर से 10 किलोमीटर दूर अपनी दूसरी प्रॉपर्टी खरीद ली है। इससे साफ है कि शहर की ब्रैंड वैल्यू अब नेशनल लेवल पर पहुंच चुकी है।
हर रजिस्ट्रेशन अब नई दरों पर
नए सर्किल रेट लागू होने के बाद अब अयोध्या में कोई भी जमीन रजिस्ट्रेशन पुरानी दरों पर नहीं होगा। सभी सौदों पर नई दरों के हिसाब से स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस तय होगी।
क्या है सर्किल रेट और क्यों बढ़ाना पड़ा?
सर्किल रेट वो न्यूनतम सरकारी मूल्य है, जिस पर ज़मीन या प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री होती है। ज़्यादा सर्किल रेट का मतलब है ज़्यादा टैक्स और ज़्यादा सरकारी रेवेन्यू। जिला प्रशासन ने बताया कि 2017 के बाद से अयोध्या में सर्किल रेट नहीं बदले गए थे, जबकि ज़मीन की मार्केट वैल्यू कई गुना बढ़ चुकी थी। इसलिए ये बदलाव जरूरी हो गया था।