यूपी में 92 किमी लंबा नया लिंक एक्सप्रेसवे, 11 गांवों के 500 किसानों की ज़मीन बनी सोना

आगरा–लखनऊ और गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाली यह मॉन्स्टर लिंक रोड मैनपुरी के 11 गांवों से होकर गुजरेगी, जिससे लगभग 450–500 किसानों को मिलेगा मुआवजा। जानिए कौन-कौन से गांवों की ज़मीन जाएगी

By GyanOK

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी को और मजबूत करने की दिशा में UPEIDA ने बड़ा कदम उठाया है। गंगा एक्सप्रेसवे को आगरा–लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए मैनपुरी के भोगांव तहसील में लगभग 92 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इससे मैनपुरी, इटावा, आगरा, लखनऊ जैसे जिलों को सीधा कनेक्शन मिलेगा और ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा।

यूपी में 92 किमी लंबा नया लिंक एक्सप्रेसवे, 11 गांवों के 500 किसानों की ज़मीन बनी सोना

ज़मीन अधिग्रहण की पूरी तैयारी

इस लिंक एक्सप्रेसवे के लिए 11 गांवों की भूमि का अधिग्रहण होगा। लेखपालों ने गाँव-गाँव जाकर गाटा वार डेटा इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि अगले एक सप्ताह में गाटा सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इस योजना से करीब 450–500 किसानों को जमीन का मुआवजा दिया जाएगा

इन 11 गांवों के किसानों को मिलेगा मुआवजा

  1. मुड़ई
  2. दुर्जनपुर
  3. हाजीपुर बरा
  4. बहदीनपुर
  5. अकबरपुर बिकू
  6. छबीलेपुर
  7. चनेपुर
  8. हुसैनपुर
  9. घूमसपुर
  10. कमालपुर महमूदिया
  11. रामनगरिया

लेखपालों को यह रिपोर्ट एक हफ्ते में तैयार कर UPEIDA को सौंपनी है, ताकि इसके बाद जमीन अधिग्रहण की क्या प्रक्रिया होगी, उन पर तेज़ी से काम शुरू हो सके।

किसके लिए और क्यों फ़ायदेमंद?

इस लिंक एक्सप्रेसवे से सिर्फ ट्रैवल टाइम कम नहीं होगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी अच्छी रफ्तार मिलने की उम्मीद है। स्थानीय किसान और आम जनता लंबे समय से बेहतर सड़क सुविधा की मांग कर रहे थे, इससे आसपास की जमीनों का दाम बढ़ेगा, निवेश के मौके बढ़ेंगे जिससे इलाके के लोगों को फायदा होगा

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GyanOK

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