
केंद्र सरकार ने राजस्थान के विकास को और तेज़ करने के लिए एक अहम कदम उठाया है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राज्य के 20 जिलों में सड़क नेटवर्क को मजबूत करने के लिए 1915 करोड़ रुपए की 40 परियोजनाओं को मंजूरी दी है. सरकार के इस बजट से 8 राज्य राजमार्ग, 31 प्रमुख सड़कें और एक जिला सड़क बनाई जाएगी, जिससे राजस्थान की स्थिति और बेहतरीन होगी.
शहर से गांव का सफर होगा आसान
इन परियोजनाओं का मुख्य लक्ष्य राजस्थान के गांवों और कस्बों में आने -जाने के लिए बेहतर सड़कों का निर्माण हो. माना जा रहा है कि लगभग 1000 किलोमीटर सड़कों को चौड़ा किया जाएगा और कई रास्ते फोरलेन बनेंगे, जिससे सफ़र में लगने वाला समय कम होगा और लोगों को कई तरह की परेशानी से छुटकारा मिलेगा.
1394 करोड़ रुपए की लागत से बनेगी फोरलेन सड़क
राजस्थान के अमेजन जिले में अमरपुरा से गोगेलाव तक 1394 करोड़ रुपए की लागत से फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावा अजमेर, अलवर, नागौर, बीकानेर, जयपुर, उदयपुर, कोटा, जोधपुर, टोंक, सिरोही और प्रतापगढ़ जैसे कई और जिलों में भी सड़कों को चौड़ा और बेहतर बनाया जाएगा.
नई सड़कों से पर्यटकों को मिलेगी सुविधा
राजस्थान सरकार ने कहा कि राज्य में नई सड़कों का निर्माण होने से व्यापार और पर्यटन दोनों को बढ़ावा मिलेगा. उदाहरण के लिए, माउंट आबू जाने वाले रास्ते को सिरोही जिले में बेहतर बनाया जाएगा, जिससे पर्यटकों को सुविधा होगी. बीकानेर में जामसर-दंडोसर (72 किमी) और खारदा-राजपुरा में लंबी सड़क बनेगी, वहीं जयपुर में सिंवाड़ फाटक से नवरंगपुरा (30 किमी) और बोराज (26 किमी) तक सड़कें बनाई जाएगी. इसके अलावा बूंदी शहर में फ्लाईओवर बनने से ट्रैफिक जाम की दिक्कत खत्म हो जाएगी.