
नई शिक्षा नीति-NEP 2020 के अंतर्गत राजस्थान में स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में इस वर्ष एक अहम परिवर्तन किया गया है, जिसके अंतर्गत कक्षा पहली से लेकर पांचवीं तक के पाठ्यक्रमों में बदलाव की मंजूरी मिल चुकी है।
राजस्थान शिक्षा विभाग ने 2025-26 के नए शैक्षणिक सत्र के लिए पाठ्यपुस्तकों और सिलेबस में बड़ा संशोधन किया है, जिसके तहत करीब 32 लाख विद्यार्थियों के लिए 18 नई किताबें तैयार की जा रही हैं। इन पुस्तकों की छपाई पर लगभग 5.76 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह पहल राज्य की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार लाने और विद्यार्थियों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-NEP 2020 के अनुरूप ज्ञान प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है।
नई शिक्षा नीति के अनुरूप सिलेबस में बदलाव
राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (आरएससीईआरटी-RSCERT), उदयपुर द्वारा तैयार किए गए इस नए सिलेबस में न केवल सामान्य शिक्षा को नया स्वरूप दिया गया है, बल्कि संस्कृत शिक्षा को भी इसमें समाहित किया गया है। नई शिक्षा नीति के 5+3+3+4 संरचना के अनुरूप कक्षा बाल वाटिका से लेकर आठवीं तक के लिए विशेष संस्कृत पाठ्यपुस्तकें तैयार की गई हैं। इनमें भारतीय ज्ञान परंपरा, मूल्य आधारित शिक्षा और नैतिक मूल्यों जैसे परोपकार, सहिष्णुता व उदारता को विशेष स्थान दिया गया है।
कक्षा 1 से 5 तक पाठ्यपुस्तकों के नाम में बदलाव
इस सिलेबस परिवर्तन के तहत पाठ्यपुस्तकों के नामों में भी बदलाव किया गया है ताकि विद्यार्थी सरलता से विषयों के साथ जुड़ सकें।
उदाहरण के लिए:
- कक्षा 1 की हिंदी पुस्तक का नाम ‘नन्हें कदम भाग-1’, अंग्रेज़ी का ‘LITTLE LEARNERS PART-1’ और गणित का ‘गिनती का खेल भाग-1’ रखा गया है।
- इसी क्रम में कक्षा 2 में ‘नन्हें कदम भाग-2’, ‘LITTLE LEARNERS PART-2’ और ‘गिनती का खेल भाग-2’ जैसे नामों से पुस्तकें जारी की जाएंगी।
- कक्षा 3 में ‘हिंदी सुमन भाग-1’, ‘STEP INTO ENGLISH PART-1’, ‘इकतारा भाग-1’ और पर्यावरण विषय की किताब ‘हमारा परिवेश भाग-1’ के नाम से दी जाएगी।
इस तरह, कक्षा 4 और 5 की किताबों के नाम भी क्रमशः भाग-2 और भाग-3 के अनुसार बदले जाएंगे, जिससे विद्यार्थियों को विषयवस्तु की स्पष्टता और आत्मीयता दोनों मिलें।
तीन चरणों में होगा पूरा बदलाव
इस परिवर्तन को तीन चरणों में लागू किया जाएगा:
- पहला चरण: सत्र 2025-26 में कक्षा 1 से 5 तक के सिलेबस और पुस्तकों में बदलाव
- दूसरा चरण: सत्र 2026-27 में कक्षा 6 से 9 और 11 तक के पाठ्यक्रम में संशोधन
- तीसरा चरण: सत्र 2027-28 में कक्षा 10 और 12 के सिलेबस में बदलाव किया जाएगा
इस तरह, 2027 तक पहली से लेकर बारहवीं तक के पाठ्यक्रम पूरी तरह से नई शिक्षा नीति के अनुरूप कर दिए जाएंगे।
पाठ्यक्रम निर्माण की जिम्मेदारी और प्रक्रिया
राजस्थान में कक्षा 1 से 8 तक का सिलेबस आरएससीईआरटी द्वारा तैयार किया जाता है, जबकि कक्षा 9 से 12 तक का पाठ्यक्रम राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा निर्मित होता है। सिलेबस निर्माण के लिए राज्य स्तर पर विशेषज्ञों, विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों और विषय विशेषज्ञों की पाठ्यक्रम समीक्षा समिति गठित की जाती है, जो शैक्षिक आवश्यकताओं और नीति के अनुरूप बदलाव सुझाती है। इस बार पांच महीने पूर्व गठित समिति ने पांचवीं तक का नया सिलेबस तैयार कर लिया है और इसका वितरण जुलाई 2025 से शुरू हो जाएगा।