
मध्यप्रदेश राज्य में बहुत जल्द कुछ और जातियों को पिछड़ा वर्ग(OBC) का फायदा मिल सकता है. इस प्रक्रिया का काम राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग पूरा कर रही है. आयोग की भोपाल बेंच में हुई सुनवाई के समय बात सामने आई कि प्रदेश की 3 जातियों को OBC में शामिल किया जाएगा. हाल ही में जन अभियान परिषद ने प्रदेश की 32 जातियों का एक सर्वे किया था. इस सर्वे में इन जातियों के सामाजिक, शैक्षणिक और सेवाओं में पिछड़ेपन के आंकड़े शामिल किए गए थे, जिसके बाद सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ी जातियों का चुनाव किया गया.
आयोग ने की 32 जातियों की सुनवाई
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज गंगाराम अहीर और सदस्य भुवन भूषण कमल ने MP की राज्य सूची में शामिल 32 पिछड़ी जातियों को केंद्र लिस्ट में शामिल करने की सुनवाई की. ये सुनवाई शुक्रवार को भोपाल के राजकीय अतिथि गृह में हुई, यहां इन जातियों के प्रतिनिधियों ने आयोग के सामने अपनी बात रखी.
पिछड़ा वर्ग जातियों की लिस्ट
राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सचिव ने कहा कि अभी केंद्र सरकार की पिछड़ा वर्ग लिस्ट में प्रदेश की 68 जातियां शामिल हैं. वहीं मध्यप्रदेश सरकार की अपनी पिछड़ा वर्ग सूची में 94 जातियाँ शामिल की गई हैं, जिससे दोनों सूचियों में जातियों की संख्या में अंतर साफ दिखता है.
प्रदेश में आर्थिक एवं सांख्यिकीय विभाग ने एक सर्वे करवाया था. इस सर्वे के बाद मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद ने पिछड़ी जातियों से जुड़े आंकड़े सरकार को सौंपे. इन आंकड़ों पर बात करने के लिए एक जनसुनवाई रखी गई.
तीन जातियाँ OBC में शामिल होगी
जनसुनवाई के बाद नतीजा आया कि तीन जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में शामिल किया जा सकता है. अधिकारियों ने बताया कि 32 जातियों में से 5 जातियों का सर्वे पूरा हो चुका है. इसमें से कुडमी, तंवर और माली-सैनी जातियों को सामाजिक और शैक्षणिक रूप से OBC में शामिल करने योग्य पाया गया है. आयोग अब इनकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजेगा. अगर केंद्र सरकार इसे मंजूरी देती है, तो इन जातियों को OBC आरक्षण का लाभ मिल जायेगा.