
दिल्ली Rain Prediction को लेकर भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार के लिए येलो अलर्ट घोषित किया है। राष्ट्रीय राजधानी में आज गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है। दिन का अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। इस मौसम में नमी का स्तर भी बढ़ा हुआ रहेगा, जिससे उमस का अनुभव हो सकता है।
मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए भी स्पष्ट पूर्वानुमान जारी किया है। 25 और 26 मई को दिल्ली के आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है, जबकि 27 और 28 मई को तेज़ गरज के साथ बारिश हो सकती है। 29 मई को फिर से आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। इन दिनों के दौरान दिल्ली में अधिकतम तापमान 37 से 40 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 से 29 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।
IMD का येलो अलर्ट
आईएमडी के वैज्ञानिकों की सलाह है कि येलो अलर्ट के दौरान नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। इसका सीधा अर्थ है कि मौसम में अचानक बदलाव संभव है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। ऐसे में घर से बाहर निकलने की स्थिति में छाता, रेनकोट और अन्य जरूरी सामान अवश्य साथ रखें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
आया नगर में दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान
शुक्रवार, 23 मई को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में तापमान में विविधता देखने को मिली। सबसे अधिक तापमान आया नगर में 37.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि रिज क्षेत्र में 37.2 और पालम में 36.2 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी का औसत अधिकतम तापमान 37.1 डिग्री रहा, जो सामान्य से 2.4 डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता का स्तर 50 से 69 प्रतिशत के बीच दर्ज किया गया, जो आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता में हुआ सुधार
दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में गुरुवार को सुधार देखा गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार शाम 4 बजे राजधानी का एक्यूआई 129 दर्ज किया गया, जो “मध्यम” श्रेणी में आता है। एक्यूआई के मानकों के अनुसार 101 से 200 के बीच की रेंज को मध्यम माना जाता है। यह संकेत है कि दिल्ली की हवा में सुधार हो रहा है, लेकिन अभी भी संवेदनशील लोगों के लिए जोखिम बरकरार है।
बारिश के असर और सावधानियों पर विशेष ध्यान
बारिश से तापमान में अस्थायी राहत मिल सकती है, लेकिन इससे ट्रैफिक जाम, जलजमाव और बिजली से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। येलो अलर्ट के मद्देनज़र प्रशासनिक एजेंसियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। साथ ही नागरिकों को भी चाहिए कि वे मौसम के प्रति जागरूक रहें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।