आज देशभर में शनिवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) मनाई जा रही है दिल्ली के ऐतिहासिक जामा मस्जिद समेत तमाम मस्जिदों में सुबह साढ़े छह बजे से आठ बजे तक नमाज अदा की गई. नमाज के बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ, लेकिन इस बार धार्मिक नेताओं और प्रशासन ने संयम और नियमों का पालन करने की खास अपील की है.

ईद से एक दिन पहले गाजीपुर, जाफराबाद, वजीराबाद, सीलमपुर और ओखला जैसे इलाकों में बकरा मंडियों में भारी भीड़ उमड़ी. अंतिम दिन 15 हजार रुपये से लेकर तीन लाख रुपये तक के बकरे बिके. मंडियों में शुक्रवार को कीमतें आम दिनों से करीब 10% ज्यादा रहीं. दिल्ली नगर निगम ने गाजीपुर बूचड़खाने को कुर्बानी के लिए दिनभर खुले रखने की व्यवस्था की है.
सार्वजनिक जगहों पर न करें कुर्बानी इमामों की अपील
फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम और अन्य धार्मिक नेताओं ने नमाज के दौरान लोगों से अपील की कि वे कुर्बानी को एक इबादत के रूप में लें, न कि प्रदर्शन के रूप में. उन्होंने कहा कि कुर्बानी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा न करें, ताकि दूसरे समुदायों की भावनाएं आहत न हों. साथ ही, सड़क या गलियों में कुर्बानी करने से परहेज करें और अवशेषों को नगर निगम द्वारा अधिकृत स्थान पर ही फेंकें.
संवेदनशील इलाकों में तैनात हुआ भारी पुलिस बल
दिल्ली पुलिस ने ईद के मद्देनज़र विशेष सुरक्षा इंतजाम किए हैं जाफराबाद, सुंदर नगरी, नूर ए इलाही, त्रिलोकपुरी, श्रीराम कॉलोनी, ब्रह्मपुरी और ओखला जैसे संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. पैदल गश्त, ड्रोन निगरानी और सीसीटीवी से पूरे हालात पर नजर रखी जा रही है.
पुलिस ने इमामों के साथ बैठक कर पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि किसी भी सार्वजनिक स्थल पर कुर्बानी नहीं की जाएगी. यदि किसी ने कानून का उल्लंघन किया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सरकार ने की शांति की अपील
प्रशासन ने कहा है कि सभी धर्मों का सम्मान करते हुए लोग पर्व मनाएं. ईद-उल-अजहा एकता और भाईचारे का पर्व है, और इसकी पवित्रता बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है. वहीं, नगर निगम सफाई व्यवस्था को लेकर मुस्तैद है और कुर्बानी स्थलों पर विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है.