
जब भी निवेश का विषय आता है, तो सबसे पहले दिमाग में FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) और RD (रेकरिंग डिपॉजिट) जैसे पारंपरिक विकल्प आते हैं। लेकिन एक विकल्प ऐसा भी है, जो FD और RD दोनों से अधिक सुरक्षित और लाभदायक साबित हो सकता है—SBI PPF Scheme। यह स्कीम न केवल लॉन्ग टर्म निवेश के लिए आदर्श है, बल्कि इसमें मिलने वाला रिटर्न भी गारंटीड और टैक्स फ्री होता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) स्कीम एक ऐसा विकल्प है, जिसे गंभीरता से विचार में लिया जाना चाहिए, खासकर उन निवेशकों के लिए जो जोखिम से दूर रहकर संपत्ति बनाना चाहते हैं।
SBI PPF Scheme क्या है और इसमें निवेश क्यों करें
SBI PPF Scheme भारत सरकार द्वारा समर्थित एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम है, जिसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जैसे सरकारी बैंक के माध्यम से संचालित किया जाता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से जोखिम मुक्त है। इसका मतलब है कि इसमें जमा की गई राशि और उस पर मिलने वाला ब्याज दोनों पूरी तरह से सुरक्षित होते हैं। इस योजना में साल में न्यूनतम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख तक निवेश किया जा सकता है। यह निवेश आप एकमुश्त या मासिक किस्तों में कर सकते हैं।
ब्याज दर और कंपाउंडिंग का लाभ
वर्तमान में SBI PPF Scheme पर मिलने वाला ब्याज 7.1% है, जो कि FD या RD की तुलना में कहीं अधिक है। इस ब्याज की सबसे अच्छी बात यह है कि यह कम्पाउंड होता है—यानि ब्याज पर भी ब्याज मिलता है। इससे आपका निवेश समय के साथ तेजी से बढ़ता है। हर साल मार्च में ब्याज दर भारत सरकार द्वारा रिव्यू की जाती है, लेकिन यह दर पिछले कुछ वर्षों से स्थिर बनी हुई है।
मैच्योरिटी अवधि और अतिरिक्त लाभ
SBI PPF Scheme की मैच्योरिटी अवधि 15 साल है, जिसे जरूरत पड़ने पर 5-5 साल के ब्लॉक्स में आगे बढ़ाया जा सकता है। यानी यदि आप चाहें तो इसे 20 या 25 साल तक भी चालू रख सकते हैं और उस पर लाभ ले सकते हैं। इस योजना की एक और खास बात यह है कि निवेश की शुरुआत के तीसरे साल से आप अपनी जमा राशि पर लोन भी ले सकते हैं। यह सुविधा खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है जिन्हें आपातकाल में वित्तीय सहायता की आवश्यकता होती है।
लाखों रुपए की संपत्ति कैसे बनाएं
यदि आप हर महीने केवल ₹2083 का निवेश करते हैं, तो साल भर में आपका कुल निवेश ₹25,000 होगा। यदि आप यह प्रक्रिया लगातार 15 वर्षों तक जारी रखते हैं, तो आपकी कुल निवेश राशि ₹3,75,000 होगी। लेकिन 7.1% कंपाउंडिंग ब्याज के साथ यह राशि बढ़कर ₹6,78,035 हो जाएगी। इसमें से ₹3,03,035 केवल ब्याज के रूप में आपकी कमाई होगी। यह आंकड़ा दर्शाता है कि नियमित और अनुशासित निवेश से आप लंबी अवधि में एक बड़ी राशि अर्जित कर सकते हैं।