
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करना एक सुरक्षित और भरोसेमंद तरीका है, जहां आप बिना जोखिम के पैसे निवेश कर सकते है. FD में आपको एक तय रकम को बैंक में एक निश्चित समय के लिए जमा करना होता है और उस पर आपको एक तय ब्याज मिलता है. ठीक इसी तरह पंजाब नेशनल बैंक की FD स्कीम काम करती है, जिससे आपकी पूंजी धीरे-धीरे बढ़ती है. अगर आप PNB में 2 लाख रुपए की FD कराते हैं, तो आपको कितना ब्याज मिलेगा और मैच्योरिटी पर कुल कितनी रकम वापस मिलेगी, यह बैंक की ब्याज दरों और चुनी हुई समय अवधि पर निर्भर करता है.
PNB Fixed Deposit Scheme
पंजाब नेशनल बैंक की FD स्कीम में आप 7 दिन से लेकर 10 साल तक के लिए पैसे निवेश कर सकते हैं. इस योजना में आपको स्थिर और सुरक्षित ब्याज मिलता है, जिसकी दर आपके निवेश की अवधि और उस समय की मौजूदा बैंक दरों पर निर्भर करती है. ये योजना आपके पैसों को सुरक्षित रखकर उस पर अच्छा रिटर्न देती है, जिससे आप अपनी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं.
1 लाख की एफडी कराने पर इतना मिलेगा ब्याज
अगर आप इसमें 1 साल के लिए पैसे रखते हैं और मान लें उस समय ज दर 6.50% है, तो आपको 6,500 रुपए का ब्याज मिलेगा. इसी प्रकार एक साल बाद आपकी कुल राशि 1,06,500 रुपए हो जाएगी. इसके अलावा यदि आप इसी FD को 5 साल तक जारी रखते हैं, तो चक्रवृद्धि ब्याज के फायदे से आपकी राशि और भी बढ़ जाएगी. 5 साल बाद आपकी कुल राशि लगभग 1,37,000 रुपए हो सकती है, क्योंकि ब्याज पर भी ब्याज मिलता रहेगा.
वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा खास लाभ
यदि निवेश करने वाले व्यक्ति की उम्र 60 साल से ऊपर है, तो PNB आपको सामान्य ग्राहकों के मुकाबले ज़्यादा ब्याज दर देती है. यानी कि आपको 6.50% ब्याज न मिलकर 7.00% तक ब्याज मिलेगा. ब्याज दर अधिक होने से आप अच्छा रिटर्न ले सकते हैं.
ब्याज और आयकर
PNB की फिक्स्ड डिपॉजिट से मिलने वाला ब्याज आयकर के दायरे में आता है. अगर आपकी FD से एक वित्तीय वर्ष में 40 हजार से ज्यादा ब्याज मिलता है तो बैंक उस पर TDS काट लेती है. (वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा ₹50,000 है). वहीं अगर आप अपनी कुल आय के हिसाब से टैक्स के दायरे में नहीं आते, तो फॉर्म 15G (आम नागरिकों के लिए) या 15H (वरिष्ठ नागरिकों के लिए) जमा करके टीडीएस कटने से बच सकते हैं.
समय से पहले पैसे निकालने पर लगेगी पेनल्टी
अगर आप अपनी FD से समय अवधि से पहले ही पैसे निकालना चाहते है तो बैंक आपसे पेनल्टी ले सकता है, यह एक तरह का शुल्क होता है आपके मिलने वाले ब्याज में से काटा जाता है. इसका मतलब है कि आपको अपने निवेश पर कम रिटर्न मिलेगा, क्योंकि FD को समय से पहले तोड़ने पर आपको उतनी ब्याज दर नहीं मिल पाती जितनी पूरी अवधि के लिए मिलती है. इसलिए कोशिश करें की अवधि से पहले जमा राशि न निकाले.