
अगर आपको कोई कहे की दुनिया का कोई देश अपना जमीन छोड़कर किसी दूसरे देश में शिफ्ट हो रहा है तो आपको इस बात पर बिलकुल भी विश्वास नहीं होगा। जी हाँ किसी कोई भी यह बात सच नहीं लगेगी लेकिन बता दें यह सच्ची बात है। बता दें इस देश का नाम तुवालू है जो कि प्रशांत महासागर में स्थित है। यह एक छोटा सा द्वीपीय देश है जो आजकल बहुत बड़ी समस्या में उलझा हुआ है। इस देश की पूरी आबादी ऑस्ट्रेलिया में बसने वाली है क्योंकि इसके चारों ओर स्थित समुद्र का जलस्तर बहुत अधिक बढ़ गया है। वैज्ञानिकों ने इस खतरे को अंदाज लिया है कि यह देश आने वाले 25 सालों के भीतर समुद्र में पूरी तरह से डूब जाएगा।
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तुवालू डूबने की क्या वजह है?
जैसा की हमने आपको बताया की तुवालू एक छोटा देश है जो बीच समुद्र में बसा हुआ है। यह नौ द्वीपों से मिलकर बना हुआ है और यहाँ की आबादी करीबन 11,000 बताई गई है। समुद्र का बढ़ता जल स्तर इसके लिए खतरा है क्योंकि समुद्र की सतह से इसकी ऊंचाई मात्र दो मीटर ही बची हुई है। यदि पानी बढ़ता है तो देश डूब जाएगा।
अभी तक इसके दो द्वीप डूब चुके हैं क्योंकि यहाँ पर बाढ़ का खतरा अधिक है और रोजाना तूफ़ान आता है। नासा की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बताया गया है अगर रोजाना ऐसा ही हाल रहता है तो यह देश वर्ष 2050 तक पानी में डूब चुका होगा।
ऑस्ट्रेलिया में मिलेगा अधिकार और नया मकान
वर्ष 2023 में तुवालू और ऑस्ट्रेलिया देश के बीच एक बड़ा समझौता हुआ था जो कि इस समस्या के विषय में किया गया है। समझौते में महत्वपूर्ण बाते हुई जो देशवासियों के लिए आवश्यक हैं।
- समझौते के तहत ऑस्ट्रेलिया में प्रत्येक वर्ष 280 तुवालू नागरिकों को रहने की परमिशन मिलती है।
- इन सभी नागरिकों को ऑस्ट्रेलिया के आधिकार मिलने वाले हैं। इन्हे यहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य, नौकरी की सुविधा भी मिलेगी।
- तुवालू देश के लोगों का पहला समूह जुलाई महीने में ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट हो चुका है।
इस गंभीर समस्या पर दुख जताते हुए ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा है कि हम सब मिलकर इनकी मदद करेंगे। तुवालू के नागरिकों को अपने देश में सम्मान के साथ रखा जाएगा उन्हें पूरे अधिकार दिए जाएंगे। वहीं तुवालू के पीएम फेलेती ने कहा है कि यह केवल हमारी देश की समस्या नहीं है बल्कि दुनिया की भी है और इस पर सबको ध्यान देना चाहिए।