
गर्मी आते ही बाल झड़ने की शिकायत आम हो जाती है, और लोग इसे लेकर कई भ्रमों का शिकार हो जाते हैं। गर्मी में बाल झड़ना सिर्फ एक मौसमी समस्या नहीं, बल्कि यह आपके शरीर की प्रतिक्रिया है बदलते मौसम, स्कैल्प की देखभाल, डाइट और बाहरी प्रभावों के प्रति। इस लेख में हम जानेंगे कि गर्मियों में बाल क्यों झड़ते हैं, इससे जुड़े कौन-कौन से मिथक बेबुनियाद हैं, और कैसे इस समस्या से निपटा जा सकता है।
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गर्मी में स्कैल्प और शरीर की क्या भूमिका है?
गर्मियों में शरीर का तापमान बढ़ने से स्कैल्प अधिक पसीना छोड़ता है। इस पसीने और सीबम (स्कैल्प से निकलने वाला प्राकृतिक तेल) के कारण रोमछिद्र बंद हो सकते हैं, जिससे बालों की जड़ें कमजोर पड़ती हैं और बाल झड़ने लगते हैं। साथ ही, इस मौसम में शरीर में पानी की कमी—डिहाइड्रेशन—एक सामान्य समस्या होती है जो बालों की सेहत पर बुरा असर डालती है।
धूप और UV किरणों का असर बालों पर कैसे पड़ता है?
धूप में निकलने पर अल्ट्रा वायलेट किरणें बालों की बाहरी परत को नुकसान पहुंचाती हैं। बाल रूखे और कमजोर हो जाते हैं, और टूटने की संभावना बढ़ जाती है। यह भी देखा गया है कि गर्मियों में बालों का टेलोजेन फेज (यानी रेस्टिंग पीरियड) बढ़ जाता है, जिसकी वजह से प्राकृतिक रूप से बाल अधिक गिरते हैं। यह एक बायोलॉजिकल प्रोसेस है जो हर किसी के साथ होता है, लेकिन जब देखभाल में चूक हो जाती है, तब समस्या गंभीर रूप ले लेती है।
गर्मी में बाल झड़ने से जुड़े आम मिथक
इन जैविक कारणों के अलावा, गर्मी में बाल झड़ने से जुड़े कुछ आम मिथक भी लोगों को भ्रमित करते हैं। जैसे, यह मानना कि रोज़ बाल धोने से बाल झड़ते हैं, एक बड़ा भ्रम है। जबकि सच्चाई यह है कि पसीने और धूल से भरे बाल अगर साफ़ न किए जाएं तो फॉलिकल्स ब्लॉक हो सकते हैं और बाल अधिक गिर सकते हैं। हल्के, सल्फेट-फ्री शैम्पू का उपयोग करके बालों को नियमित धोना फायदेमंद होता है।
क्या तेल लगाने से बाल झड़ना रुक सकता है?
एक और आम मिथक यह है कि ज्यादा तेल लगाने से बालों का झड़ना रुकता है। जबकि सच ये है कि जरूरत से ज्यादा तेल लगाने पर स्कैल्प पर गंदगी और डैंड्रफ जमा हो सकती है, जिससे बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। तेल सिर्फ एक सहायक उपचार है, इसे समाधान समझना सही नहीं है।
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डाइट की भूमिका गर्मियों में क्यों अहम है?
गर्मी के दौरान डाइट की भूमिका भी बेहद अहम होती है। जब शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल्स नहीं मिलते, तब बालों की ग्रोथ रुक जाती है। विटामिन D, B12, जिंक और आयरन जैसे पोषक तत्वों की कमी भी हेयर फॉल का बड़ा कारण बन सकती है। इसके अलावा पानी कम पीना और फास्ट फूड की अधिकता भी बालों को कमजोर बनाती है।
तैराकी और बालों का झड़ना—क्या है कनेक्शन?
पूल में तैराकी करने वालों को भी अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए क्योंकि क्लोरीन और खारे पानी में मौजूद रसायन बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। तैराकी के बाद बालों को अच्छी तरह से साफ करना और कंडीशनिंग करना जरूरी है ताकि उनका प्राकृतिक संतुलन बना रहे।
घरेलू उपाय कितना कारगर हो सकते हैं?
इस दौरान कुछ घरेलू उपाय भी सहायक हो सकते हैं जैसे नारियल या आर्गन ऑयल से स्कैल्प मसाज करना, हेयर टॉनिक का इस्तेमाल करना या घरेलू मास्क जैसे दही, मेथी, एलोवेरा आदि का उपयोग करना। हालांकि इन उपायों का असर व्यक्ति-विशेष पर निर्भर करता है, लेकिन ये बालों की गुणवत्ता को बनाए रखने में मदद करते हैं।
विशेषज्ञों की राय क्या कहती है?
डॉक्टरों की राय भी साफ है कि गर्मी में बाल झड़ना पूरी तरह से सामान्य है, लेकिन जब बाल झड़ने की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जाए या गंजापन दिखने लगे तो तत्काल विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। डॉ. उपासना वोहरा, डॉ. आंचल पंत और डॉ. सुभाष गोयल जैसे विशेषज्ञों के अनुसार, सबसे जरूरी है स्कैल्प की नियमित सफाई, हाइड्रेशन और हेल्दी डाइट।
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