
लीना तिवारी का नाम अब सिर्फ भारत की अमीर महिलाओं की फोर्ब्स सूची में ही नहीं बल्कि मुंबई की रियल एस्टेट इंडस्ट्री में भी बड़े सौदों के लिए चर्चित हो चुका है। फोर्ब्स के अनुसार, लीना तिवारी की कुल संपत्ति 3.9 बिलियन डॉलर है, और हाल ही में उन्होंने मुंबई के वर्ली इलाके में Sea-facing डूप्लेक्स अपार्टमेंट 703 करोड़ रुपये में खरीदकर पूरे देश का ध्यान खींचा है।
मुंबई के वर्ली में भारत की सबसे महंगी रिहायशी डील
मुंबई का वर्ली इलाका हमेशा से ही भारत के अमीर और प्रभावशाली लोगों की पसंद रहा है। इसी लोकेशन पर 22,572 स्क्वायर फीट में फैली एक अल्ट्रा लग्जरी प्रोपर्टी लीना तिवारी ने खरीदी है। यह प्रॉपर्टी एक 40-मंजिला इमारत की 32वीं से लेकर 35वीं मंजिल तक फैली हुई है। प्रति वर्गफुट 2.83 लाख रुपये की दर से यह दो यूनिट्स खरीदी गईं, जो इसे भारत का अब तक का सबसे महंगा रेजिडेंशियल डील बनाता है।
इस डील के लिए लीना तिवारी ने अकेले स्टांप ड्यूटी के तौर पर 63.9 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जिससे कुल खर्च 703 करोड़ रुपये पहुंच गया। इस सौदे ने उन्हें भारतीय रियल एस्टेट की सबसे बड़ी निजी खरीददारों में से एक बना दिया है।
USV की चेयरमैन और फार्मास्युटिकल सेक्टर में मजबूत पकड़
लीना तिवारी, मुंबई स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी USV की चेयरपर्सन हैं। यह कंपनी डायबिटीज और हृदय रोगों के इलाज में प्रयुक्त होने वाली दवाएं जैसे Glycoment, Ecosprin और Roseday तैयार करती है। भारत में इंसुलिन के कारोबार में भी USV की महत्वपूर्ण भागीदारी है, और कंपनी का सालाना रेवेन्यू लगभग 511 मिलियन डॉलर है।
उनके पति प्रशांत तिवारी, जो IIT और कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से पढ़े हुए हैं, कंपनी के दिन-प्रतिदिन के संचालन में एक अहम भूमिका निभाते हैं। लीना की व्यावसायिक सफलता और सामाजिक जिम्मेदारी का परिचय 2019 में मिला, जब उन्होंने 34 करोड़ रुपये सामाजिक कार्यों के लिए दान किए।
व्यक्तिगत जीवन और सामाजिक प्रभाव
कम ही लोग जानते हैं कि लीना तिवारी, अंबानी परिवार से भी निकटता रखती हैं। अनीता अंबानी की खास दोस्तों में उनका नाम लिया जाता है। भले ही वे हमेशा सुर्खियों से दूर रही हों, लेकिन उनकी व्यावसायिक सूझबूझ, निजी निवेश और परोपकारी पहल ने उन्हें भारत की प्रमुख महिला उद्यमियों में स्थापित कर दिया है।
उनकी सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि कैसे मजबूत नेतृत्व, दूरदर्शिता और व्यावसायिक नैतिकता के साथ एक महिला भारत की सबसे बड़ी औद्योगिक हस्तियों में अपनी जगह बना सकती है।