कान या नाक छिदवाना है बच्चे का? जानें सही उम्र, तरीका और जरूरी बातें

भारतीय परंपरा में कान छिदवाना एक रिवाज है,कई स्थानों पर तो बड़ी ही धूम -धाम से बच्चों के कान छिदवाने की रस्में होती है, जिसे कन छेदन संस्कार कहा जाता है, कान में छेद करने की परंपरा एक दर्द भरी प्रक्रिया है, ऐसा माना जाता है, की कान छिदवाने से दिमाग के दोनों हिस्सों हिस्सों को एक्टिव होने में मदद मिलती है

By Pinki Negi

कान या नाक छिदवाना है बच्चे का? जानें सही उम्र, तरीका और जरूरी बातें
कान या नाक छिदवाना है बच्चे का? जानें सही उम्र, तरीका और जरूरी बातें

भारतीय परंपरा में कान छिदवाना एक रिवाज है,कई स्थानों पर तो बड़ी ही धूम -धाम से बच्चों के कान छिदवाने की रस्में होती है, जिसे कन छेदन संस्कार कहा जाता है, आमतौर पर लोग 3 साल तक की उम्र तक अपने बच्चों के कान छिदवा देते है, जबकि कुछ स्थानों पर माता -पिता अपने अनुसार बच्चों के कान छिदवाते है।

यह भी देखें: iPhone को टक्कर देने आ रहा Vivo X200 FE और X Fold 5 भारत में 14 जुलाई को होंगे लॉन्च, जानें क्या है खास!

कान में छेद करने की परंपरा एक दर्द भरी प्रक्रिया है, ऐसा माना जाता है, की कान छिदवाने से दिमाग के दोनों हिस्सों हिस्सों को एक्टिव होने में मदद मिलती है, जो ब्रेन के विकास को तेज करता है, लेकिन कई पेरेंट्स इस बात को लेकर कन्फ्यूज रहते है, की बच्चों के कान किस उम्र में, कब, कहां और कैसे छिदवाएं।

कब छिदवाने चाहिए बच्चे के कान

हर पेरेंट्स और उनके रीतिरिवाजों के अनुसार कान छिदवाने की उम्र अलग -अलग होती है, कुछ माता -पिता कुछ महीनों के बच्चों के कान छिदवा देते है, जबकि कई पेरेंट्स बच्चे के बड़े होने के बाद कान छिदवा है, लेकिन डॉक्टर के अनुसार जब आपका बच्चा 4 महीने का हो जाए तब उसका कान छिदवाना चाहिए, इसके साथ ही इस बात को भी सुनिश्चित कर ले की कान छिदवाने से पहले बच्चे को DTP वैक्सीन लग गई हो।

यह भी देखें: सिर्फ ₹7,599 में मिल रहा 13MP कैमरा और 90Hz डिस्प्ले वाला फोन, साथ में ₹2,999 का स्पीकर बिल्कुल फ्री!

बच्चे का कान कहां छिदवाए

बच्चों का कान छिदवाने के लिए आप ट्रेडिशनल और गनशॉट दोनों तरीकों का इस्तेमाल कर सकते है, सुई से कानों में छेद करने की तकनीक गनशॉट की तुलना में ज्यादा सुरक्षित और सही मानी जाती है, जबकि कान में छेद करने के लिए गनशॉट का उपयोग सुई का उपयोग करने की तुलना में तेज है।

बच्चों का कान छिदवाते समय इन बातों का रखे ध्यान

बच्चों को नहलाने के बाद ही कान छिदवाएं, और कान छिदवाने से पहले बच्चों को दूध जरुर पिलवाएं, और जब बच्चों का कान छिदवा दें तो बच्चों को 2 या 3 दिन तक नहलाने से बचें, आप चाहें तो बच्चे को स्पांज बाथ दे सकते है, और कान छिदवाने के बाद बच्चे को सोने का चांदी की ही बालियां ही पहनाए।

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें