
जब भी कोई नया वाहन खरीदा जाता है, तो उस पर आगे और पीछे दोनों तरफ रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगाई जाती है। यह नंबर प्लेट किसी सजावट का हिस्सा नहीं होती, बल्कि इसके पीछे कई कानूनी और व्यावहारिक कारण होते हैं। वाहन नंबर प्लेट को स्थानीय आरटीओ ऑफिस द्वारा जारी किया जाता है और यह पूरे देश में एक मान्य पहचान का साधन होती है।
पहचान में सहूलियत और जिम्मेदारी का सबूत
वाहन की नंबर प्लेट का सबसे प्रमुख उद्देश्य वाहन और उसके मालिक की पहचान सुनिश्चित करना होता है। जब भी कोई वाहन दुर्घटना में शामिल होता है या किसी आपराधिक गतिविधि में प्रयोग किया जाता है, तब नंबर प्लेट के माध्यम से वाहन मालिक की पहचान करना संभव होता है। इसके अलावा यातायात पुलिस या किसी अन्य कानून व्यवस्था एजेंसी द्वारा जांच के समय नंबर प्लेट महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि वाहन पर यह प्लेट न हो, तो जांच और जवाबदेही लगभग असंभव हो जाती है।
नंबर प्लेट से मिलती है सुरक्षा और राहत
किसी भी वाहन की सुरक्षा में नंबर प्लेट एक महत्वपूर्ण हथियार है। चोरी हुए वाहनों की पहचान में नंबर प्लेट सबसे पहला सुराग बनती है। आज के समय में कई जगहों पर CCTV कैमरे और ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) सिस्टम लगाए गए हैं जो चोरी या संदेहास्पद वाहनों को ट्रैक करने में मदद करते हैं। साथ ही, यदि किसी सड़क पर कोई वाहन खराब हो जाए या छोड़ दिया जाए, तो नंबर प्लेट के जरिए मालिक से संपर्क किया जा सकता है। इससे सहायता देने में तेजी लाई जा सकती है।
सरकार को होता है आर्थिक लाभ
हर बार जब कोई नया वाहन खरीदा जाता है और उसकी नंबर प्लेट जारी की जाती है, तब सरकार को इसके बदले राजस्व प्राप्त होता है। यह राजस्व सड़क निर्माण, मरम्मत और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास में लगाया जाता है। इसके अलावा आरटीओ के माध्यम से होने वाली इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और ट्रैकिंग भी बनी रहती है।
बीमा, प्रदूषण और शुल्क की जांच
नंबर प्लेट के जरिए वाहन का बीमा रिकॉर्ड, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र और सेवा इतिहास जैसी जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकती है। आधुनिक तकनीक के चलते कई शहरों और देशों में टोल टैक्स और पार्किंग शुल्क भी वाहन की नंबर प्लेट को स्कैन करके लिया जाता है। ऐसे में यह सिर्फ पहचान नहीं, बल्कि एक डिजिटल कुंजी भी बन चुकी है जो वाहन से जुड़ी तमाम जानकारी को खोलने में सक्षम है।
प्र. क्या नंबर प्लेट के बिना वाहन चलाना अपराध है?
हाँ, भारत में बिना नंबर प्लेट वाहन चलाना मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन है और इसके लिए जुर्माना और सजा दोनों हो सकते हैं।
प्र. नंबर प्लेट से कैसे पता चलता है कि वाहन का मालिक कौन है?
नंबर प्लेट के रजिस्ट्रेशन नंबर को आरटीओ डेटाबेस से मिलाकर मालिक का नाम, पता और अन्य विवरण प्राप्त किए जा सकते हैं।
प्र. क्या हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट जरूरी है?
जी हाँ, सरकार ने High Security Registration Plate (HSRP) को अनिवार्य कर दिया है जिससे फर्जी नंबर प्लेट और वाहन चोरी को रोका जा सके।
प्र. नंबर प्लेट से क्या वाहन का बीमा देखा जा सकता है?
हाँ, कई सरकारी और बीमा पोर्टल्स पर रजिस्ट्रेशन नंबर डालने से बीमा की स्थिति और वैधता देखी जा सकती है।