IFSC कोड क्या होता है? जानिए इन 11 अंकों का क्या है मतलब और क्यों है ये जरूरी

IFSC कोड यानी Indian Financial System Code, एक 11 अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड है जो हर बैंक शाखा की यूनिक पहचान करता है। यह NEFT, RTGS और IMPS ट्रांजैक्शन के लिए जरूरी होता है और सुरक्षित फंड ट्रांसफर की गारंटी देता है। इसकी जानकारी पासबुक, चेकबुक या बैंक की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।

By GyanOK

IFSC कोड क्या है और क्यों होता है जरूरी? जानिए 11 अंकों का मतलब

जब भी आप ऑनलाइन बैंकिंग या डिजिटल पेमेंट के जरिए पैसे ट्रांसफर करते हैं, तो एक चीज जो सबसे पहले पूछी जाती है, वह है IFSC कोड। IFSC यानी Indian Financial System Code एक ऐसा 11 अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड होता है जो भारत में हर बैंक शाखा की एक यूनिक पहचान होता है। चाहे आप NEFT से पैसे भेज रहे हों, RTGS कर रहे हों या IMPS का इस्तेमाल कर रहे हों—हर बार IFSC कोड की ज़रूरत होती है।

यह भी देखें: Ration Card धारक भूलकर भी न करें ये गलती, वरना बंद हो सकता है राशन

कैसे काम करता है IFSC कोड

इस कोड की अहमियत इतनी ज्यादा है कि इसके बिना इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर मुमकिन ही नहीं होता। ये कोड न केवल लेन-देन को आसान बनाता है बल्कि उसे सुरक्षित भी करता है। इसमें पहले चार अक्षर बैंक के नाम को दर्शाते हैं, पांचवां कैरेक्टर हमेशा ‘0’ होता है, जो रिज़र्व रहता है, और आखिरी छह अंक उस बैंक की शाखा को पहचान दिलाते हैं।

IFSC कोड का उदाहरण और समझ

अगर उदाहरण की बात करें तो ICIC0000456 में ICIC मतलब बैंक का नाम है, ‘0’ स्थायी है, और 000456 उस ब्रांच का यूनिक कोड है। इससे बैंक को ट्रांजैक्शन के दौरान सही खाते तक रकम पहुंचाने में मदद मिलती है।

यह भी देखें: हाई BP वालों के लिए खतरा! इन 5 चीजों को अभी छोड़ें, नहीं तो बढ़ेगा जोखिम

डिजिटल बैंकिंग में IFSC कोड की भूमिका

अब चूंकि भारत में डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल दिन-ब-दिन बढ़ रहा है, ऐसे में IFSC कोड की भूमिका और भी अहम हो गई है। यह कोड हर पासबुक, चेकबुक और ऑनलाइन बैंकिंग प्लेटफॉर्म पर आपको मिल जाता है। RBI की वेबसाइट या अपने बैंक की वेबसाइट पर भी आप इसे आसानी से खोज सकते हैं।

IFSC कोड की जरूरत क्यों है

हर बैंक की हर शाखा का अलग IFSC कोड होता है, जिससे ट्रांजैक्शन पूरी तरह से ट्रैक किया जा सकता है। यह कोड पैसे को गलत अकाउंट में जाने से रोकता है और एक तरह से यह आपकी राशि को सही जगह सुरक्षित पहुंचाने का गारंटी कार्ड है।
इसके अलावा, अब जब UPI जैसे सिस्टम भी तेजी से बढ़ रहे हैं, IFSC कोड का इस्तेमाल कम जरूर हुआ है, लेकिन NEFT और RTGS जैसे बड़े अमाउंट ट्रांसफर करने वाले ट्रांजैक्शन के लिए यह अभी भी आवश्यक है।

यह भी देखें: 12वीं के बाद करें ये 5 कोर्सेज, कमाई में डिग्री वालों को भी पीछे छोड़ सकते हैं

Author
GyanOK

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें