जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद से देशभर में नागरिकता और विदेशी घुसपैठ को लेकर चिंता बढ़ गई है। दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने राजधानी में रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों की संख्या में हो रही वृद्धि को लेकर चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने साफ़ कर दिया है कि अब आधार कार्ड, पैन कार्ड और राशन कार्ड को भारतीय नागरिकता का प्रमाण नहीं माना जाएगा।

यह फैसला तब लिया गया जब जांच एजेंसियों ने पाया कि कई प्रवासी फर्जी दस्तावेजों के ज़रिये खुद को भारतीय नागरिक बताकर सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। इस संदर्भ में केंद्र सरकार ने नागरिकता की कानूनी और प्रामाणिक पहचान के लिए कुछ विशेष दस्तावेजों को मान्यता दी है।
भारतीय नागरिकता साबित करने के वैध दस्तावेज़ कौन-कौन से हैं?
भारत के संविधान का भाग II, अनुच्छेद 5 से 11 तक नागरिकता से संबंधित है, और इसका विस्तृत कानूनी ढांचा 1955 के भारतीय नागरिकता अधिनियम के अंतर्गत आता है। नागरिकता का अर्थ केवल देश में निवास करना नहीं, बल्कि कानूनी रूप से राज्य के साथ एक स्थायी संबंध होना है।
ऐसे में यह जानना ज़रूरी है कि यदि आपसे आपकी भारतीय नागरिकता साबित करने को कहा जाए, तो कौन से दस्तावेज़ वैध और मान्य माने जाएंगे:
1. जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate)
यदि आपका जन्म भारत में हुआ है और उसका रिकॉर्ड किसी मान्यता प्राप्त नगरपालिका, पंचायत या अस्पताल में दर्ज है, तो यह भारतीय नागरिकता का सबसे मज़बूत दस्तावेज़ है।
2. भारतीय पासपोर्ट (Indian Passport)
भारत सरकार केवल अपने नागरिकों को ही पासपोर्ट जारी करती है। यदि आपके पास मान्य भारतीय पासपोर्ट है, तो यह नागरिकता का सीधा प्रमाण है।
3. मतदाता पहचान पत्र (Voter ID)
18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के भारतीय नागरिकों को चुनाव आयोग द्वारा जारी किया जाता है। यह दस्तावेज़ यह सिद्ध करता है कि आप भारतीय संविधान के तहत मतदान का अधिकार रखते हैं। लेकिन इससे सीधे तौर पर नागरिकता साबित नहीं होती लेकिन ये भी एक जरूरी दस्तावेज है।
4. निवास प्रमाण पत्र (Domicile Certificate)
राज्य सरकार या जिला प्रशासन द्वारा जारी यह दस्तावेज़ दर्शाता है कि आप किसी राज्य के स्थायी निवासी हैं। यह नागरिकता को सिद्ध करने में सहायक होता है।
5. माता-पिता के दस्तावेज़
यदि आपके माता-पिता भारतीय नागरिक हैं और उनके पास उपयुक्त दस्तावेज़ (जैसे वोटर आईडी, पासपोर्ट, जन्म प्रमाण पत्र) मौजूद हैं, तो उनके माध्यम से भी आपकी नागरिकता सिद्ध की जा सकती है।
इन दस्तावेज़ों से नागरिकता साबित नहीं होती
आधार कार्ड: UIDAI स्वयं स्पष्ट करता है कि आधार केवल पहचान और निवास का प्रमाण है, नागरिकता का नहीं। इसे किसी भी विदेशी को जारी किया जा सकता है जो भारत में निवास करता हो।
पैन कार्ड: यह आयकर विभाग द्वारा टैक्स उद्देश्यों के लिए जारी किया जाता है। पैन कार्ड भी नागरिकता का प्रमाण नहीं है।
राशन कार्ड: यह केवल सरकारी सब्सिडी पाने का माध्यम है। हालांकि इसमें नाम और पता होता है, पर इसे अकेले नागरिकता सिद्ध करने का आधार नहीं माना जाता।
आज जब देश की सुरक्षा और पहचान संबंधी मुद्दे गहराते जा रहे हैं, तो हर भारतीय नागरिक का यह दायित्व बनता है कि वह सही और वैध दस्तावेज़ अपने पास रखे। यदि भविष्य में नागरिकता को सिद्ध करने की स्थिति आती है, तो केवल वही दस्तावेज़ मान्य होंगे जो भारत सरकार के कानूनों और दिशानिर्देशों के अंतर्गत आते हैं।