
भारत सरकार ने मई 2025 से आधिकारिक रूप से ई-पासपोर्ट (e-Passport) की शुरुआत की है। यह पासपोर्ट दिखने में पारंपरिक पासपोर्ट जैसा ही होता है, लेकिन इसके अंदर एक RFID चिप और एंटीना लगा होता है। इस चिप में पासपोर्ट धारक की व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, पासपोर्ट नंबर, फोटो और उंगलियों के निशान सुरक्षित रूप से दर्ज रहते हैं। यह चिप रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक पर आधारित होती है, जो डेटा को सुरक्षित और छेड़छाड़ से मुक्त बनाती है।
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क्या मौजूदा पासपोर्ट धारकों को ई-पासपोर्ट बनवाना अनिवार्य है?
नहीं, मौजूदा पासपोर्ट धारकों के लिए ई-पासपोर्ट बनवाना अनिवार्य नहीं है। यदि आपके पास पहले से वैध पासपोर्ट है, तो वह उसकी समाप्ति तिथि तक पूरी तरह मान्य रहेगा। जब आप पासपोर्ट का नवीनीकरण (renewal) या नया पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन करेंगे, तो आपको ई-पासपोर्ट जारी किया जाएगा।
ई-पासपोर्ट के लाभ
ई-पासपोर्ट के कई फायदे हैं:
- सुरक्षा में वृद्धि: चिप में दर्ज जानकारी को हैक करना या कॉपी करना लगभग असंभव है, जिससे पासपोर्ट धारकों की जानकारी सुरक्षित रहती है।
- तेज इमिग्रेशन प्रक्रिया: चिप को स्कैन करने में कम समय लगता है, जिससे वेरिफिकेशन प्रक्रिया तेजी से पूरी होती है।
- अंतरराष्ट्रीय मान्यता: ई-पासपोर्ट ICAO (International Civil Aviation Organization) के मानकों के अनुसार होता है, जिससे इसे दुनिया भर के एयरपोर्ट्स पर आसानी से स्वीकार किया जाता है।
- डिजिटल ट्रांजिशन: यह पहल भारत को कागज़ रहित यात्रा और डिजिटल पहचान की दिशा में ले जाती है।
ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन प्रक्रिया
ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया सामान्य पासपोर्ट जैसी ही है:
- पासपोर्ट सेवा पोर्टल (www.passportindia.gov.in) पर जाकर रजिस्टर करें।
- ‘Fresh Passport’ या ‘Re-issue Passport’ विकल्प चुनें।
- आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र आदि अपलोड करें।
- निर्धारित शुल्क ऑनलाइन जमा करें और अपॉइंटमेंट स्लॉट बुक करें।
- निर्धारित दिन पर पासपोर्ट सेवा केंद्र जाकर सभी दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करवाएं।
- वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपका ई-पासपोर्ट आपके घर पर डिलीवर कर दिया जाएगा।
