घर की पीतल और एल्युमिनियम मूर्तियां हो गई हैं काली? बस अपनाएं ये घरेलू तरीका और चमक उठेंगी फिर से

मुरादाबाद की ब्रास मूर्तियां समय के साथ फीकी पड़ सकती हैं, लेकिन नींबू, सरसों का तेल, पीतांबरी और दारा पोलिश जैसे उपायों से उन्हें दोबारा चमकाया जा सकता है। ब्रास और एल्यूमिनियम की पहचान करके सही तकनीक अपनाना जरूरी है। यह लेख आपको घर बैठे इन मूर्तियों को नया रंग-रूप देने के प्रभावशाली और सुरक्षित तरीकों से परिचित कराता है।

By GyanOK

घर की पीतल और एल्युमिनियम मूर्तियां हो गई हैं काली? बस अपनाएं ये घरेलू तरीका और चमक उठेंगी फिर से
Brass Cleaning

मुरादाबाद, जिसे Brass City के नाम से पूरी दुनिया में जाना जाता है, अपनी अनूठी पीतल की कारीगरी और विश्वस्तरीय उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ तैयार की गई पीतल की मूर्तियां और अन्य ब्रास आइटम्स न सिर्फ भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी बड़ी मांग रखते हैं। लेकिन समय के साथ जब इन मूर्तियों की चमक फीकी पड़ने लगती है और धूल-गंदगी जमने लगती है, तो अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि इन्हें कैसे साफ किया जाए और दोबारा नई सी चमक कैसे लौटाई जाए।

नींबू से चमकाएं ब्रास मूर्तियां

ब्रास यानी पीतल की मूर्तियां आमतौर पर प्योर मेटल से तैयार की जाती हैं, और इन्हें घरेलू उपायों से आसानी से दोबारा नया जैसा रूप दिया जा सकता है। मुरादाबाद के अनुभवी पीतल कारोबारी सलमान बताते हैं कि नींबू, जो कि एक नैचुरल एसिड है, ब्रास पर जमी गंदगी और ऑक्सिडेशन को हटाने में बेहद कारगर है। नींबू को आधा काटकर मूर्ति पर हल्के हाथों से रगड़ें और कुछ समय बाद सूती कपड़े से पोंछ दें। मूर्ति की चमक आपको खुद नजर आ जाएगी।

कॉपर लुक और एल्युमिनियम की पहचान

आजकल बाजार में मिलने वाली कई मूर्तियां कॉपर लुक में आती हैं, जो देखने में ब्रास जैसी लगती हैं लेकिन असल में वे एल्यूमिनियम से बनी होती हैं। कॉपर की परत चढ़ाई जाती है, जिससे उनका लुक ब्रास जैसा बन जाता है। ये मूर्तियां सस्ती होती हैं और आमतौर पर पूजा घरों में देखी जाती हैं।

सरसों का तेल: एल्यूमिनियम की मूर्ति का बेस्ट फ्रेंड

यदि आपके पास एल्यूमिनियम की मूर्ति है और आप उसकी चमक लौटाना चाहते हैं, तो सरसों का तेल एक अद्भुत उपाय हो सकता है। रुई में सरसों का तेल लेकर मूर्ति पर हल्के हाथों से मलें। तेल की चिकनाहट और उसके गुण मूर्ति की सतह पर नई चमक ला देते हैं। इससे न सिर्फ मूर्ति साफ होती है बल्कि एक सुंदर चमक भी लौटती है।

पीतांबरी और दारा पोलिश का उपयोग

  • नींबू और तेल के अलावा बाजार में कुछ प्रभावशाली उत्पाद भी उपलब्ध हैं, जैसे “पीतांबरी” – यह एक खास पाउडर है जो ब्रास, कॉपर और सिल्वर के लिए उपयुक्त है। इसे पानी के साथ मिलाकर मूर्ति पर लगाया जाता है और कुछ देर बाद साफ करने पर अद्भुत चमक देखने को मिलती है।
  • मुरादाबाद में तैयार होने वाली “दारा पोलिश” भी पीतल की मूर्तियों को चमकाने के लिए जानी जाती है। यह पॉलिश विदेशों में भी एक्सपोर्ट होती है और इसका उपयोग प्रोफेशनल ब्रास क्लीनिंग में बड़े पैमाने पर होता है।

1. क्या नींबू हर तरह की मूर्ति पर इस्तेमाल किया जा सकता है?

नहीं, नींबू केवल ब्रास (पीतल) की मूर्तियों के लिए उपयुक्त होता है। एल्यूमिनियम या अन्य मेटल्स पर इसका उपयोग नुकसानदायक हो सकता है।

2. एल्यूमिनियम और ब्रास की पहचान कैसे करें?

ब्रास भारी और पीले रंग का होता है, जबकि एल्यूमिनियम हल्का और सफेद-सिल्वर जैसा दिखता है। कॉपर लुक वाले एल्यूमिनियम पर कॉपर की कोटिंग होती है।

4. पीतांबरी किस मेटल पर असर करती है?

पीतांबरी ब्रास, कॉपर और सिल्वर तीनों मेटल्स की सफाई और चमक के लिए उपयोगी होती है।

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