
गर्मियों में जैसे-जैसे पारा चढ़ता है, वैसे-वैसे एयर कूलर हर घर की जरूरत बन जाता है। उमस और गर्मी से राहत पाने के लिए एयर कूलर एक किफायती और असरदार समाधान है। लेकिन इसी राहत देने वाले कूलर को अगर ठीक से साफ नहीं किया जाए, तो यह मच्छरों का ब्रीडिंग ग्राउंड बन सकता है। यही मच्छर फिर जानलेवा बीमारियां जैसे डेंगू और मलेरिया फैलाने का खतरा बढ़ा सकते हैं।
प्रशासन हर साल गर्मी की शुरुआत में चेतावनी देता है कि “कूलर को नियमित साफ करें”, लेकिन अक्सर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि थोड़ी सी लापरवाही हमें बड़ी मुसीबत में डाल सकती है।
मच्छर कैसे पनपते हैं एयर कूलर में?
एयर कूलर में हमेशा एक निश्चित मात्रा में पानी जमा रहता है, जो मच्छरों के लिए आदर्श अंडे देने का स्थान बन जाता है। खासकर एडीस एजिप्टी (Dengue फैलाने वाला मच्छर) और फीमेल एनोफिलीज (Malaria फैलाने वाला मच्छर) ऐसे स्थानों में आसानी से अंडे दे सकते हैं।
रुके हुए पानी में अंडे देने के बाद कुछ ही दिनों में उनसे लार्वा निकलता है, जो फिर विकसित होकर वयस्क मच्छर बन जाते हैं। यही मच्छर घर के अंदर फैलकर आपको और आपके परिवार को बीमारियों की चपेट में ला सकते हैं।
कूलर को मच्छरों का घर बनने से कैसे रोकें?
1. नियमित रूप से पानी बदलें
कूलर के टैंक का पानी हर 2-3 दिन में पूरी तरह से बदलना जरूरी है। लंबे समय तक जमा पानी मच्छरों को अंडे देने का पर्याप्त समय और वातावरण देता है। जब आप ताजे पानी का इस्तेमाल करते हैं, तो मच्छरों की ब्रीडिंग चेन वहीं रुक जाती है।
2. टैंक की अच्छी तरह सफाई करें
केवल पानी बदलना काफी नहीं है। टैंक को ब्रश से अंदर तक रगड़कर साफ करें, ताकि काई और गंदगी पूरी तरह हट जाए। काई मच्छरों के लार्वा के लिए भोजन का काम करती है, इसलिए इसका हटाना बेहद जरूरी है। आप चाहें तो फिनाइल या ब्लीच जैसे डिसइंफेक्टेंट का हल्का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन बाद में टैंक को अच्छी तरह धोना न भूलें।
3. कूलर को अच्छी तरह सुखाएं
अगर कुछ दिनों के लिए कूलर का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो टैंक को पूरी तरह खाली करके सूखा छोड़ दें। सूखा टैंक मच्छरों के लिए अंडे देने की जगह नहीं बन सकता।
4. कूलर के नीचे और आसपास पानी जमा न होने दें
कई बार कूलर से पानी रिस कर नीचे जमा हो जाता है, जिससे आसपास की जगह मच्छरों के लिए अनुकूल बन जाती है। कूलर स्टैंड और आसपास की जगह को रोजाना साफ करें, और ध्यान रखें कि कोई भी पानी खड़ा न हो।
5. मच्छर-नाशक उत्पादों का इस्तेमाल करें
बाजार में कई तरह की मच्छर-प्रतिरोधक गोलियां और तरल उत्पाद उपलब्ध हैं जो कूलर के पानी में डालने पर लार्वा को खत्म कर देते हैं। लेकिन इनका इस्तेमाल करते समय उत्पाद पर दिए गए निर्देशों का पालन जरूर करें।
6. पानी का आउटलेट चेक करें
कूलर का ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त होना जरूरी है। अगर पानी सही तरह से बाहर नहीं निकल पा रहा है और टैंक ओवरफ्लो हो रहा है, तो वह मच्छरों के लिए फिर से आदर्श जगह बन जाएगा।
7. कूलर के पैड्स भी सफाई मांगते हैं
कूलर के हनीकॉम्ब या खस पैड्स में भी पानी जम सकता है। इन्हें समय-समय पर निकालकर साफ करें और जरूरत पड़ने पर बदल दें। गंदे पैड मच्छरों के साथ-साथ दुर्गंध और बैक्टीरिया का भी घर बन सकते हैं।