उत्तर प्रदेश के बेसिक और माध्यमिक स्कूल आज 1 जुलाई से खुल गए हैं. यह स्कूलों के लिए नए शैक्षिक सत्र 2025-26 की शुरुआत का दिन है. इसके साथ ही प्रदेश भर में ‘स्कूल चलो अभियान’ के दूसरे चरण की शुरुआत भी हो रही है जो 15 जुलाई तक चलेगा.

स्कूल चलो अभियान, बच्चों का नामांकन बढ़ाने की मुहिम
इस अभियान के तहत शिक्षक विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य और मां समूह के सदस्य हर घर तक पहुंचेंगे, ताकि बच्चों का नामांकन बढ़ाया जा सके. विशेष रूप से कक्षा एक से तीन तक के 45 लाख बच्चों को नए सत्र की किताबें भी वितरित की जाएंगी.
इस अभियान का उद्देश्य खास तौर पर उन बच्चों के नामांकन पर ध्यान केंद्रित करना है जो सामाजिक या घरेलू कारणों से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं.
विद्यालयों में स्वागत की तैयारी
पहले दिन बच्चों का स्वागत खास तरीके से किया जाएगा. बच्चों को रोली-चंदन लगाकर विद्यालय में प्रवेश कराया जाएगा. बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों को सजाने के निर्देश दिए हैं, ताकि बच्चों का पहला दिन यादगार बने. इसके साथ ही मिड-डे-मील में खीर, हलवा जैसे खास व्यंजन परोसे जाएंगे.
समाज की भागीदारी और बजट स्वीकृति
प्रदेश सरकार ने ‘स्कूल चलो अभियान’ के लिए दो लाख रुपये का बजट प्रत्येक जिले के लिए स्वीकृत किया है. इसके अलावा बालिकाओं के नामांकन और उपस्थिति पर विशेष जोर दिया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लड़कियों को शिक्षा की मुख्यधारा में शामिल किया जा सके. अब तक कुल 1.40 करोड़ बच्चों का नामांकन हो चुका है.
समय और छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने की जानकारी
उत्तर प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों में 20 मई से 15 जून तक गर्मी की छुट्टियां थीं. शिक्षकों के लिए 16 जून से स्कूल खुले थे, लेकिन बच्चों के लिए छुट्टियां 30 जून तक बढ़ा दी गई थीं.
अब, स्कूल सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक चलेंगे, जबकि माध्यमिक विद्यालय सुबह 7.30 बजे से 1.30 बजे तक संचालित होंगे. इस वर्ष गर्मी की छुट्टियों के दौरान पहली बार समर कैंप का आयोजन भी किया गया था, ताकि बच्चों का बहुमुखी विकास हो सके.