Paytm, GPay, PhonePe यूजर्स सावधान! सरकार ने जारी किया नया सिक्योरिटी अलर्ट

UPI यूजर्स के लिए सरकार ने शुरू किया नया 'FRI' सिक्योरिटी सिस्टम, जो संदिग्ध नंबरों को ट्रांजैक्शन से पहले ही कर देगा ब्लॉक। अब डिजिटल पेमेंट होगा और भी ज्यादा सेफ। अगर आप भी करते हैं रोज़ाना UPI का इस्तेमाल, तो ये जानकारी आपको जाननी जरूरी है। पढ़ें पूरा लेख और रहें एक कदम आगे।

By GyanOK

Paytm, GPay, PhonePe यूजर्स सावधान! सरकार ने जारी किया नया सिक्योरिटी अलर्ट

Paytm, GPay और PhonePe जैसे लोकप्रिय UPI प्लेटफॉर्म्स के यूजर्स के लिए सरकार ने एक अहम और सख्त सुरक्षा कदम उठाया है। डिजिटल लेन-देन की बढ़ती संख्या के साथ ऑनलाइन फ्रॉड के मामले भी तेज़ी से बढ़े हैं, ऐसे में Ministry of Electronics and Information Technology (MeitY) ने एक नया सिस्टम लागू किया है—जिसे ‘Financial Fraud Risk Indicator’ यानी FRI कहा जा रहा है। यह नया अलर्ट सिस्टम संदिग्ध मोबाइल नंबरों को UPI ट्रांजैक्शन से पहले ही ब्लॉक कर देगा, जिससे यूजर्स को धोखाधड़ी से बचाया जा सकेगा।

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डिजिटल पेमेंट्स के बढ़ते खतरे

यह कदम ऐसे समय में लिया गया है जब देश में डिजिटल पेमेंट्स की लोकप्रियता अपने चरम पर है और रोज़ लाखों की संख्या में ट्रांजैक्शन UPI के ज़रिए हो रहे हैं। Paytm, GPay और PhonePe जैसे प्लेटफॉर्म्स की पहुंच भारत के हर कोने तक है, और इन्हीं की लोकप्रियता का फायदा उठाकर साइबर अपराधी लोगों को धोखा दे रहे हैं। नए सिस्टम का मकसद है यूजर्स को इस तरह की ठगी से पहले ही सुरक्षित करना, न कि धोखाधड़ी के बाद कदम उठाना।

FRI सिस्टम कैसे करेगा काम

FRI सिस्टम को भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) के डेटा के आधार पर विकसित किया गया है, जिसमें देशभर से आए साइबर क्राइम मामलों की पूरी जानकारी होती है। जैसे ही कोई मोबाइल नंबर साइबर फ्रॉड के मामलों में शामिल पाया जाता है, वह नंबर तुरंत FRI सिस्टम में टैग हो जाएगा। इस नंबर से अगर कोई UPI ट्रांजैक्शन शुरू किया जाता है, तो वो ट्रांजैक्शन रोक दिया जाएगा और यूजर को तुरंत एक अलर्ट भेजा जाएगा।

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डिजिटल सुरक्षा में क्रांतिकारी बदलाव

इस सिस्टम का उद्देश्य है न सिर्फ यूजर्स को रियल-टाइम में अलर्ट करना बल्कि पूरे डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम को भरोसेमंद बनाना। यह कदम वित्तीय क्षेत्र में डिजिटल ट्रस्ट को मजबूत करेगा और डिजिटल इंडिया मिशन की सफलता को और अधिक गति देगा। MeitY ने सभी प्रमुख UPI प्लेटफॉर्म्स को FRI सिस्टम से जोड़ने का निर्देश दिया है, और कुछ कंपनियां इसे पहले ही लागू कर चुकी हैं।

UPI के भविष्य को बनाएगा और सुरक्षित

सरकार का मानना है कि इस तरह की तकनीकी पहल से न केवल साइबर अपराध पर लगाम लगेगी, बल्कि डिजिटल लेन-देन का उपयोग भी और अधिक बढ़ेगा क्योंकि यूजर्स को अब सुरक्षा को लेकर अधिक भरोसा मिलेगा। इसके साथ ही, लोगों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है और अज्ञात कॉल्स, लिंक या पेमेंट रिक्वेस्ट से सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

AI और टेक्नोलॉजी से होगा और सुधार

UPI यूजर्स के लिए यह अपडेट एक बड़ा कदम है, जिससे न केवल उन्हें सुरक्षा मिलेगी बल्कि डिजिटल पेमेंट का भविष्य और भी सुरक्षित और तेज़ बनेगा। आने वाले समय में सरकार इस सिस्टम को और भी अधिक एडवांस बनाएगी, जिसमें AI और Machine Learning जैसी तकनीकों का भी सहारा लिया जाएगा।

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