मोबाइल चार्ज कर रहे हैं? आपका डेटा हो सकता है चोरी, सावधान रहें वरना भारी नुकसान!

पब्लिक चार्जिंग स्टेशनों पर फोन चार्ज करना जितना आसान लगता है, उतना ही खतरनाक हो सकता है। जूस जैकिंग से आपकी पर्सनल जानकारी, बैंक डिटेल्स और पहचान चोरी हो सकती है। अगर आप भी बिना सोचे-समझे पब्लिक चार्जिंग पोर्ट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो रुक जाइए! जानिए इस साइबर थ्रेट से कैसे बचें

By GyanOK

मोबाइल चार्ज कर रहे हैं? आपका डेटा हो सकता है चोरी, सावधान रहें वरना भारी नुकसान!
मोबाइल चार्ज कर रहे हैं? आपका डेटा हो सकता है चोरी, सावधान रहें वरना भारी नुकसान!

आजकल स्मार्टफोन (Smartphone) हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मोबाइल चार्ज करते समय आपका डेटा (Data) भी चोरी हो सकता है? जी हां, यह सच है। अगर आप पब्लिक चार्जिंग स्टेशन या अनजान यूएसबी पोर्ट (USB Port) से अपना फोन चार्ज कर रहे हैं, तो आपके डिवाइस में मौजूद संवेदनशील जानकारी (Sensitive Information) हैकर्स के हाथ लग सकती है।

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जूस जैकिंग (Juice Jacking) से कैसे होती है डेटा चोरी?

जूस जैकिंग एक साइबर अटैक (Cyber Attack) तकनीक है, जिसके जरिए पब्लिक चार्जिंग स्टेशनों से डेटा चोरी किया जाता है। जब आप किसी पब्लिक चार्जिंग पॉइंट या अज्ञात यूएसबी पोर्ट में अपना फोन लगाते हैं, तो आपके डिवाइस और चार्जिंग पोर्ट के बीच एक डेटा लिंक भी बनता है। इस लिंक का फायदा उठाकर हैकर्स आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे पासवर्ड, बैंक अकाउंट डिटेल्स, ईमेल, फोटोज और दूसरी संवेदनशील फाइलें चुरा सकते हैं।

रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) और चार्जिंग स्टेशनों का बढ़ता नेटवर्क

आजकल पब्लिक चार्जिंग स्टेशनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, खासकर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) और Renewable Energy के बढ़ते उपयोग के कारण। लेकिन इन चार्जिंग पॉइंट्स की सुरक्षा अक्सर अनदेखी रह जाती है, जिससे साइबर क्राइम (Cyber Crime) का खतरा और बढ़ जाता है।

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मोबाइल डेटा की चोरी से होने वाले नुकसान

एक बार अगर आपका डेटा चोरी हो गया, तो हैकर्स उसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपके बैंक अकाउंट खाली हो सकते हैं, पहचान की चोरी (Identity Theft) हो सकती है, और आपकी व्यक्तिगत गोपनीयता (Privacy) पर बड़ा खतरा मंडरा सकता है। इसके अलावा अगर आपका मोबाइल हैक हो गया, तो वह आपके कॉन्टैक्ट्स, लोकेशन और यहां तक कि कैमरा तक की जानकारी भी चुरा सकता है।

इससे कैसे बचें?

अगर आप अपने मोबाइल फोन को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो पब्लिक चार्जिंग स्टेशनों पर चार्जिंग से बचें। अपने साथ हमेशा पावर बैंक (Power Bank) रखें या फिर केवल अपने भरोसेमंद चार्जर और यूएसबी केबल का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, कुछ आधुनिक स्मार्टफोन्स में “चार्ज ओनली” (Charge Only) मोड होता है, जिससे डेटा ट्रांसफर ब्लॉक हो जाता है। इस फीचर का उपयोग कर आप काफी हद तक इस खतरे से बच सकते हैं।

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चार्जिंग के दौरान सावधानी बेहद जरूरी

स्मार्टफोन चार्जिंग अब केवल पावर से जुड़ा मामला नहीं रह गया है। अब यह आपके डिजिटल जीवन और आपकी सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बन चुका है। साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि भविष्य में जैसे-जैसे पब्लिक चार्जिंग नेटवर्क और रिन्यूएबल एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) का विस्तार होगा, वैसे-वैसे इन खतरों का दायरा भी बढ़ेगा। इसलिए आज से ही सतर्क हो जाइए और अपने मोबाइल डेटा की सुरक्षा को प्राथमिकता दीजिए।

क्या कहती हैं सरकारी एजेंसियां?

साइबर सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों ने भी चेतावनी दी है कि जूस जैकिंग जैसी घटनाओं से बचने के लिए यूजर्स को जागरूक होना जरूरी है। भारत में भी कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठन इस विषय पर जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं।

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