
WhatsApp ने अपने उपयोगकर्ताओं को यह आश्वासन दिया है कि उनके व्यक्तिगत संदेश, कॉल, फोटो और वीडियो एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन (End-to-End Encryption) के माध्यम से सुरक्षित हैं। इसका अर्थ है कि केवल संदेश भेजने वाला और प्राप्त करने वाला ही इन संदेशों को पढ़ सकता है; यहां तक कि WhatsApp या Meta भी इन संदेशों को नहीं देख सकते। यह सुरक्षा Signal Protocol पर आधारित है, जो कि एक उन्नत क्रिप्टोग्राफिक तकनीक है।
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एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन कैसे काम करता है?
एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन का मतलब है कि जब आप किसी को संदेश भेजते हैं, तो वह संदेश आपके डिवाइस पर एन्क्रिप्ट होता है और केवल प्राप्तकर्ता के डिवाइस पर ही डिक्रिप्ट होता है। इस प्रक्रिया में संदेश एक ‘लॉक’ के साथ सुरक्षित होता है, और केवल प्राप्तकर्ता के पास वह ‘की’ होती है जिससे वह संदेश को पढ़ सकता है। यह सुरक्षा प्रक्रिया स्वचालित होती है और उपयोगकर्ताओं को इसे मैन्युअली सक्रिय करने की आवश्यकता नहीं होती।
WhatsApp की अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाएँ
WhatsApp ने एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन के अलावा भी कई सुरक्षा सुविधाएँ प्रदान की हैं:
- चैट लॉक (Chat Lock): आप अपने व्यक्तिगत चैट्स को पासवर्ड या बायोमेट्रिक लॉक से सुरक्षित कर सकते हैं, जिससे वे ‘Locked Chats’ फोल्डर में छिपे रहते हैं।
- डिसअपीयरिंग मैसेजेस (Disappearing Messages): इस सुविधा के माध्यम से आप निर्धारित कर सकते हैं कि आपके भेजे गए संदेश कितने समय बाद अपने आप गायब हो जाएँ।
- साइलेंस अननोन कॉलर्स (Silence Unknown Callers): यह सुविधा आपको अनजान कॉलर्स से आने वाले स्पैम कॉल्स को ब्लॉक करने में मदद करती है।
- एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड बैकअप्स (End-to-End Encrypted Backups): आप अपने चैट बैकअप्स को भी एन्क्रिप्ट कर सकते हैं, जिससे वे Google Drive या iCloud पर भी सुरक्षित रहें।
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क्या WhatsApp के पास आपके डेटा तक पहुँच है?
WhatsApp का दावा है कि वह आपके व्यक्तिगत संदेशों या कॉल्स की सामग्री को नहीं देख सकता। हालांकि, जब आप किसी व्यवसायिक खाते से चैट करते हैं, तो वह व्यवसाय आपके संदेशों को देख सकता है और उन्हें अपने उद्देश्यों के लिए उपयोग कर सकता है। इसके अलावा, WhatsApp कुछ मेटाडेटा (जैसे कि आपके संपर्कों की सूची, आपके डिवाइस की जानकारी, IP पता आदि) एकत्र करता है, जिसे वह अपनी ‘फैमिली ऑफ कंपनीज’ के साथ साझा कर सकता है।
सुरक्षा कोड और उनकी महत्ता
हर व्यक्तिगत चैट का एक यूनिक सिक्योरिटी कोड होता है, जिसे आप और आपका संपर्क व्यक्ति ‘Encryption’ सेक्शन में जाकर देख सकते हैं। यह कोड यह सुनिश्चित करता है कि आपकी चैट्स सुरक्षित हैं और कोई तीसरा पक्ष उन्हें इंटरसेप्ट नहीं कर रहा है। यदि यह कोड बदलता है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपका संपर्क व्यक्ति अपना डिवाइस बदल चुका है या WhatsApp को पुनः इंस्टॉल किया है।
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संभावित जोखिम और विवाद
हालांकि WhatsApp की सुरक्षा प्रणाली मजबूत है, फिर भी कुछ जोखिम बने रहते हैं:
- Pegasus स्पाइवेयर हमला: 2019 में, Pegasus नामक स्पाइवेयर का उपयोग करके कुछ पत्रकारों और कार्यकर्ताओं के WhatsApp अकाउंट्स को हैक किया गया था। इस हमले में एक व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से स्पाइवेयर इंस्टॉल किया गया, भले ही कॉल का उत्तर न दिया गया हो।
- मेटाडेटा का संग्रहण: WhatsApp आपके संदेशों की सामग्री को नहीं देखता, लेकिन वह आपके मेटाडेटा को एकत्र करता है, जिसे वह Facebook और अन्य सहयोगी कंपनियों के साथ साझा कर सकता है।
- ग्रुप चैट्स में सुरक्षा चिंताएँ: कुछ शोधकर्ताओं ने पाया है कि WhatsApp के सर्वर ग्रुप चैट्स के सदस्यता को नियंत्रित करते हैं, जिससे संभावित रूप से सुरक्षा में कमी आ सकती है।