सरकार की बड़ी डिजिटल स्ट्राइक! 4 लाख SIM कार्ड्स किए गए ब्लॉक, मचा हड़कंप

सरकार ने फेक आईडी और साइबर फ्रॉड पर कड़ा एक्शन लेते हुए देशभर में 4 लाख से ज्यादा सिम कार्ड्स को अचानक ब्लॉक कर दिया है। ये कार्रवाई कैसे हुई, किन लोगों पर इसका असर पड़ा और क्या आपका सिम भी है खतरे में? जानिए पूरी घटना और सरकार की अगली तैयारी, सिर्फ एक क्लिक में!

By Pinki Negi

देश में तेजी से बढ़ रहे डिजिटल फ्रॉड के चलते आमलोग आए-दिन धोखाधड़ी का शिकार बन रहे हैं। इन मामलों पर रोक लगाने के लिए दूरसंचार विभाग की तरफ से 3 से 4 लाख सिम कार्ड बंद कर दिए गए हैं। विभाग के अनुसार इन सिम कार्ड्स का इस्तेमाल फ्रॉड के लिए किया जा रहा था। सिम कार्ड्स को लेकर हो रही धोखाधड़ी के मामलों पर रोक लगाने के लिए भारत सरकार अब अधिक सख्त हो गई है और सिम जारी करने के नियमों को भी कडा कर दिया है।

यह भी देखें: मात्र 2099 रुपये में मिल रहा AI फीचर फोन लॉन्च, 64GB मेमोरी के साथ अभी अपना बनाएं

4 लाख सिम कार्ड किए गए ब्लॉक

सिम कार्ड को लेकर हो रही धोखाधड़ी के मामलों पर लगाम लगाने के लिए 4 लाख संदिग्ध सिम कार्ड्स को बंद किया गया है, इसके साथ ही ठगी करने वालों की पहचान और निगरानी के लिए सर्विलांस सिस्टम भी लागू हो गया है। मई 2025 में जारी किए गए फाइनेंशियल रिस्क इंडिकेटर के आंकड़ों के मुताबिक, वित्तीय घोटालों में शामिल रोजाना दो हजार सिम पकडे जा रहे हैं। विभाग की और से फ्रॉड के मामलों का पता लगाने के लिए, सिम कार्ड की पहचान और उससे निपटने के लिए एआई बेस्ड तकनीकी का सहारा लिया जाता है।

यह भी देखें: सिर्फ स्मार्टफोन नहीं… अब यूपी के मेधावी छात्रों को मिलेंगे अत्याधुनिक टैबलेट, योगी सरकार का बड़ा ऐलान!

फाइनेंशियल रिस्क इंडिकेटर बना मददगार

UPI के जरिए लेनदेन की सुविधा आने के साथ-साथ इससे जुडी धोखाधड़ी भी बढ़ गई है, इसी कारण भारत के सभी बैंकों को अपने सिस्टम में फाइनेंशियल रिस्क इंडिकेटर (मोबाइल नंबरों की पहचान कर उन्हें लो मीडियम हाइ रिस्क कैटेगरी में डालता है) और लगाने की सलाह दी गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके जरिए धोखाधड़ी के मामलों को एकाउंट्स पर कार्रवाई करने में मदद मिली है।

फाइनेंशियल रिस्क इंडिकेटर के जरिए वित्तीय संस्थान और बैंक धोखाधड़ी लेनदेन को रोकने में अधिक सक्षम बन रही है। इसके साथ ही दूरसंचार कंपनियां भी अपने नेटवर्क लेयर में सुअक्षा बढ़ा रहे है जिससे लोगों को फ्रॉड से बचाया जा सकेगा।

यह भी देखें: प्रीपेड से पोस्टपेड में स्विच करना अब पहले से आसान! सरकार ने किया बड़ा ऐलान

फ्रॉड से बचने के लिए ध्यान देने योग्य बातें

डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों से बचने के लिए यह जरुरी है की लोग किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने की गलती न करें। इसके साथ ही ऑनलाइन कॉल्स या मैसेज पर भरोसा न करें और न ही किसी को अपनी निजी जानकारी शेयर करें।

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें