
Summer Vacations 2025 की शुरुआत के साथ ही देशभर के स्कूलों ने अपने ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है। हर साल की तरह इस साल भी छुट्टियों की अवधि राज्य, जलवायु, और स्थानीय मौसम विभाग की सलाह पर आधारित है। इस बार हीटवेव-Heatwave और अत्यधिक तापमान के कारण अधिकांश राज्यों ने छुट्टियां पहले ही घोषित कर दी हैं, जिससे छात्रों और शिक्षकों को तेज गर्मी से राहत मिल सके।
भारत जैसे विविध जलवायु वाले देश में यह तय करना आसान नहीं होता कि स्कूल कब तक बंद रहेंगे। यही कारण है कि गर्मी की छुट्टियां (Summer Vacations) हर राज्य में अलग-अलग समय पर पड़ती हैं। इसके अलावा स्कूल दोबारा कब खुलेंगे, यह निर्णय भी राज्य सरकार, शिक्षा विभाग और मौसम विभाग की रिपोर्टों पर निर्भर करता है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि 2025 में किन-किन राज्यों में स्कूलों की छुट्टियां कब शुरू हो रही हैं, कितने दिनों की हैं, और किस दिन से स्कूल दोबारा खुलेंगे। साथ ही सीबीएसई-CBSE और केंद्रीय विद्यालयों-Kendriya Vidyalayas (KV) के कार्यक्रम की जानकारी भी दी गई है।
दिल्ली में गर्मी की छुट्टियों का कार्यक्रम
राजधानी दिल्ली में गर्मी की छुट्टियां 11 मई से शुरू होकर 30 जून, 2025 तक रहेंगी। राजधानी में मई के महीने में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, इसी कारण शिक्षा विभाग ने छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये अवकाश तय किए हैं। स्कूल 1 जुलाई, 2025 से दोबारा खुलेंगे। सरकारी और निजी स्कूल, दोनों इस कार्यक्रम का पालन कर रहे हैं, हालांकि कुछ निजी स्कूलों में समर प्रोजेक्ट और ऑनलाइन असाइनमेंट जारी रह सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में समर वेकेशन का शेड्यूल
उत्तर प्रदेश में गर्मी की छुट्टियां 20 मई से शुरू होकर 15 जून, 2025 तक चलेंगी। लेकिन यह ध्यान देने योग्य है कि कुछ जिलों में, जहां तापमान बेहद अधिक हो जाता है, वहां छुट्टियों को जुलाई के पहले सप्ताह तक बढ़ाया जा सकता है। यह निर्णय मौसम विभाग की सलाह और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों पर निर्भर करता है। फिलहाल, स्कूल 30 जून, 2025 से फिर से खुलने की योजना में हैं।
राजस्थान और मध्य प्रदेश में समान अवकाश अवधि
राजस्थान और मध्य प्रदेश – दोनों राज्यों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि एक जैसी है: 1 मई से 15 जून, 2025 तक। यहां तापमान अप्रैल के अंत से ही 44-46 डिग्री के बीच पहुंच जाता है, जिससे लंबे अवकाश की आवश्यकता होती है। दोनों राज्यों में स्कूल 16 जून, 2025 से पुनः खुलेंगे।
विशेष रूप से राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्रों और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड जैसे गर्म इलाकों में स्कूलों को जल्दी बंद किया गया है ताकि छात्र लू और तापघात से सुरक्षित रह सकें।
बिहार में अपेक्षाकृत छोटा ब्रेक
बिहार सरकार ने 2025 के लिए 2 जून से 21 जून तक गर्मी की छुट्टियों की घोषणा की है। यह ब्रेक अन्य राज्यों के मुकाबले थोड़ा छोटा है। बिहार के कुछ जिलों में तापमान देर से बढ़ता है और मानसून पहले पहुंचता है, इसलिए यहां स्कूल जल्दी खोलने की योजना बनाई गई है। स्कूल 23 जून, 2025 को फिर से खुलेंगे।
हालांकि, अगर हीटवेव की स्थिति गंभीर बनी रहती है, तो अवकाश की अवधि बढ़ाई जा सकती है, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग आपसी सलाह से निर्णय लेते हैं।
तमिलनाडु में समर ब्रेक और संभावित बदलाव
तमिलनाडु में स्कूलों की गर्मी की छुट्टियां 30 अप्रैल से 1 जून, 2025 तक निर्धारित की गई हैं। यह अवकाश कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों के लिए है। स्कूल 2 जून, 2025 से दोबारा खुलने वाले हैं, लेकिन शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने साफ किया है कि अगर मौसम की स्थिति गंभीर रही, तो तारीख में संशोधन किया जा सकता है। राज्य सरकार छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है, और जलवायु विशेषज्ञों और मौसम विभाग के साथ सलाह कर निर्णय लिया जाएगा।
सीबीएसई और केंद्रीय विद्यालयों का अवकाश कैलेंडर
सीबीएसई-CBSE से संबद्ध स्कूलों में कक्षाएं 13 जून, 2025 से फिर से शुरू होने की उम्मीद है। यह शेड्यूल पूरे भारत में मान्य है, लेकिन स्थानीय मौसम की स्थिति के अनुसार स्कूलों को छूट दी जा सकती है।
केंद्रीय विद्यालयों (KV) की छुट्टियों की अवधि इलाके की जलवायु के आधार पर तय की गई है:
- कुछ क्षेत्रों में 40 दिन का ब्रेक: 9 मई से 17 जून, 2025
- अत्यधिक गर्म क्षेत्रों में 50 दिन का ब्रेक: 2 मई से 20 जून, 2025
उत्तर प्रदेश और बिहार के भीषण गर्मी वाले जिलों में स्कूल जुलाई के पहले सप्ताह तक बंद रखे जा सकते हैं। ऐसे में छुट्टियों के दौरान ऑनलाइन एक्टिविटी या समर प्रोजेक्ट्स जारी रह सकते हैं।
छात्र और अभिभावक क्या करें?
जब स्कूल बंद होते हैं, तब अभिभावक और छात्र दोनों ही छुट्टियों की प्लानिंग में लग जाते हैं। यह समय यात्रा, कौशल विकास, समर कैंप, और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उपयुक्त होता है।
इसलिए यह जानना जरूरी है कि आपके राज्य में स्कूल कब से खुलेंगे, ताकि समय का बेहतर उपयोग किया जा सके। प्राइवेट स्कूलों में, हालांकि छुट्टियों का कार्यक्रम थोड़ा लचीला हो सकता है, लेकिन सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार इन्हें भी कभी-कभी संशोधित किया जाता है।