
आजकल स्मार्टफोन सिर्फ बातचीत या इंटरनेट ब्राउज़िंग का ज़रिया नहीं रह गया है, बल्कि यह हमारी निजी और पेशेवर ज़िंदगी की सबसे अहम डिवाइस बन चुका है। स्मार्टफोन में बैंकिंग डिटेल्स, पर्सनल फोटोज़, ज़रूरी डॉक्युमेंट्स, OTPs से लेकर सोशल मीडिया चैट्स तक हर संवेदनशील जानकारी मौजूद होती है। ऐसे में Smartphone Lock का चुनाव सिर्फ सुविधा का नहीं, बल्कि सुरक्षा का मामला बन जाता है। लेकिन सवाल यही उठता है कि फिंगरप्रिंट स्कैनर, फेस अनलॉक या पासकोड – इन तीनों में सबसे बेहतर विकल्प कौन-सा है?
फिंगरप्रिंट स्कैनर
फिंगरप्रिंट स्कैनिंग आज के ज़माने में लगभग हर स्मार्टफोन का स्टैंडर्ड फीचर बन गया है। यह तरीका न केवल तेज़ है, बल्कि एक हाथ से फोन अनलॉक करने में बेहद सुविधाजनक भी है। अच्छी गुणवत्ता वाले सेंसर लगभग हर स्थिति में सटीक काम करते हैं। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि गीले या गंदे हाथों की स्थिति में स्कैनिंग में परेशानी आ सकती है। साथ ही बजट फोन में लगे फिंगरप्रिंट सेंसर अक्सर कम सटीक होते हैं, जिससे सुरक्षा स्तर कम हो सकता है। यानी फिंगरप्रिंट स्कैनर भरोसेमंद है, लेकिन हर परिस्थिति में पूरी तरह सुरक्षित नहीं।
फेस अनलॉक
Face Unlock टेक्नोलॉजी ने खासकर COVID-19 महामारी से पहले काफी लोकप्रियता पाई थी, क्योंकि इसमें किसी स्पर्श की ज़रूरत नहीं होती। लेकिन यह फीचर कुछ चुनौतियों के साथ आता है। कम रोशनी, मास्क पहनना या चश्मा लगाए होने की स्थिति में फोन चेहरा पहचानने में चूक सकता है। अगर आपका फोन 3D फेस स्कैनिंग टेक्नोलॉजी (जैसे iPhone में Face ID) से लैस है, तो यह फीचर काफी भरोसेमंद साबित होता है। लेकिन सस्ते फोन में मिलने वाली 2D स्कैनिंग सिर्फ कैमरे पर आधारित होती है, जिसे फोटो या वीडियो से आसानी से धोखा दिया जा सकता है।
पासकोड
जब बात सुरक्षा की आती है तो Passcode या PIN हमेशा से एक मूलभूत और विश्वसनीय तरीका रहा है। यह वह उपाय है जो तब भी काम करता है जब बायोमेट्रिक फीचर फेल हो जाए। इसका एकमात्र खतरा यह है कि कोई आपके पासकोड को देख सकता है या अनुमान लगा सकता है। लेकिन अगर आप एक 6 अंकों का पिन या अल्फान्यूमेरिक पासवर्ड चुनते हैं, जिसमें अक्षर और संख्या दोनों हों, तो यह सबसे सुरक्षित उपाय बन जाता है। यह तरीका थोड़ा समय ज़रूर लेता है, लेकिन सुरक्षा में कोई समझौता नहीं करता।
सर्वोत्तम तरीका: मल्टी-लेयर सिक्योरिटी अपनाएं
अगर आप स्मार्टफोन की सुरक्षा को लेकर कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहते, तो सबसे बेहतर होगा कि आप एक से अधिक लॉकिंग सिस्टम का इस्तेमाल करें। उदाहरण के तौर पर – एक मजबूत पासकोड सेट करें और साथ ही फिंगरप्रिंट व फेस अनलॉक को भी एक्टिव रखें। पासकोड को समय-समय पर बदलते रहें और कोई ऐसा कोड न रखें जिसे कोई आसानी से अनुमान लगा सके। इस मल्टी-लेयर सुरक्षा से आपका डिवाइस अधिक सुरक्षित रहेगा और कोई भी आपकी निजी जानकारी तक आसानी से नहीं पहुंच पाएगा।