
अक्सर आपने देखा होगा कि कई सरकारी स्कूलों में सर टी-शर्ट, जींस और मैडम कुर्ती-प्लाजो पहनकर आती है, लेकिन अब ये नियमों के खिलाफ हो गया है. अब आज से परिषदीय विद्यालयों और शिक्षा विभाग के ऑफिस में नया ड्रेस कोड लागू हो गया है. अगर कोई टीचर जांच के समय ड्रेस कोड में नहीं आएं तो उन पर कारवाई की जा सकती है. निजी और माध्यमिक स्कूलों में तो पहले से ही ड्रेस कोड जारी है और वहां नियमों का पालन भी किया जा रहा है. लेकिन अभी तक सरकारी प्राथमिक स्कूलों के टीचरों के लिए छूट थी, जिस वजह से वह अपनी मर्जी के कपड़े पहनकर स्कूल आ जाते थे.
सभी के लिए लागू हुआ ड्रेस कोड
प्रभारी बीएसए और जिला विद्यालय निरीक्षक, जेएस शाक्य ने कहा कि अब सरकार के आदेश पर सभी टीचरों के साथ – साथ BSA और खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों के सभी कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है. 1 जुलाई से स्कूलों में फिर से पढ़ाई शुरू हो गई है, अब बच्चे अपने टीचरों को भी ड्रेस कोड में देखेंगे.
596 सरकारी स्कूलों में टीचरों के लिए ड्रेस कोड नियम लागू हो गया हैं. प्रभारी बीएसए जेएस शाक्य ने आदेश दिया है कि अब से सभी शिक्षकों को बताए गए ड्रेस कोड में स्कूल आना होगा. इस बारे में सभी खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए है कि वह स्कूलों के निरीक्षण के समय ड्रेस कोड की भी जांच करें. इसके साथ ही BSA पर BEO कार्यालयों के सभी कर्मचारियों को भी इन नियमों का पालन करना होगा.
नया ड्रेस कोड
- शिक्षक- शर्ट-पैंट, कुर्ता-पजामा और कुर्ता धोती
- शिक्षिकाएं- साड़ी, शूट-सलवार